मूत्रनली में पथरी या किडनी स्टोन उत्पन्न होती है। जिसके कारण पेशाब कम होना, पेशाब में दर्द होना आदि शामिल होता है। पथरी की समस्या को दवा के जरिए सही किया जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन तीन योगासन के नियमित अभ्यास से भी आप पथरी की समस्या से राहत पा सकते हैं।
योग संतुलित मन और स्वस्थ शरीर देकर को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है और योग से आपकी किडनी भी मजबूत होती है। हालांकि अगर आप पथरी की समस्या से परेशान हैं तो योगा शुरू करने से पहले किसी डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
पवनमुक्तासन
पवनमुक्तासन से पेट की आंत मजबूत होती है और पथरी के दर्द से भी राहत मिलती है। इस योगासन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं और दोनों पैरों को आपस में मिलाते हुए हथेली को जमीन पर रखें। अब अपने दाएं पैर को घुटने से मोड़ते हुए छाती से लगाएं। दोनों हाथों की उंगलियों को मिलाकर घुटने से थोड़ा नीचे की तरफ पकड़ें। इसके बाद पैरों से छाती पर दबाव डालते हुए सांस अंदर-बाहर की ओर छोड़ें।
भुजंगासन
भुजंगासन से आपकी किडनी सक्रिय रहती है और यह आसन पथरी को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं। अब अपनी हथेलिय़ों को कंधे के नीचे रखते हुए सांस लें। अब शरीर का अगला हिस्सा ऊपर की तरफ उठाएं। इस अवस्था में कुछ सेकेंड रहने के बाद अपनी सामान्य अवस्था में वापस आ जाएं।
धनुरासन
यह आसन पेशाब की समस्या को कम करने में काफी असरदार है। साथ ही इस आसन को कर आप अपनी किडनी को भी स्वस्थ रख सकते हैं। इस आसन को करने के लिए जमीन पर पेट के बल लेट जाएं। पैरों को फैलाते हुए ऊपर की ओर उठाएं और हाथों से टखनों को पकड़कर गहरी सांस लें। छाती और पैरों को जमीन से ऊपर की ओर उठाते हुए इस स्थिति में कुछ सेकेंड रहें। फिर थोड़ी देर आराम करने के बाद इस प्रक्रिया को फिर से दोहराएं।