आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अक्सर तनाव और डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। दिनभर घर और ऑफिस की जिम्मेदारियों और काम की चिंता तनाव की वजह बनती है। ऐसे में स्ट्रेस आपकी मेंटल हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ता है। इसलिए तनाव और डिप्रेशन से छुटकारा पाने के लिए मेडिटेशन बेहतर विकल्प माना जाता है।
मेडिटेशन एक्सरसाइज और योग का एक रूप है। मेडिटेशन फिजिकल और मेंटल हेल्थ को बैलेंस भी बेहद कारगर है। हालांकि कई बार लोग मेडिटेशन शुरू तो कर देते हैं, लेकिन उनको पता नहीं होता है कि इसकी शुरूआत कैसे करें और इसे कितनी देर करना है। ऐसे में अगर आप बिगिनर हैं और मेडिटेशन शुरू करना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है।
कैसे शुरू करें मेडिटेशन
बता दें कि मेडिटेशन शुरू करने से पहले अपनी सांसों पर ध्यान दें। मेडिटेशन करते समय लंबी और गहरी सांस लेने से स्ट्रेस दूर होता है। इसलिए शांत बैठकर लंबी और गहरी सांस लें और उन पर ध्यान लगाएं। इसलिए मेडिटेशन करने के लिए ऐसी जगह का चुनाव करें, जो शांत हो। प्रयास करें कि जहां पर आप शोर-शराबा हो वहां पर मेडिटेशन न करें। क्योंकि इससे आपका ध्यान भटक सकता है।
मेडिटेशन करने के लिए आरामदायक कपड़े पहनें, जिसमें आप पूरी तरह से कंफर्टेबल फील करें। इस दौरान कंफर्टेबल पोजीशन में बैठें और सिर्फ कंफर्टेबल कपड़े पहनें और आरामदायक पोजिशन में बैठें। मेडिटेशन करने के दौरान ध्यान रखें कि आपका ध्यान भंग न हो और एकाग्र होकर मंत्रों का उच्चारण करें।
जानिए मेडिटेशन के फायदे
सबसे पहले मेडिटेशन के लिए एक तय समय निर्धारित करें। यह दिमाग के तनाव को कम करता है और शरीर को आराम पहुंचाने में आपकी सहायता करता है। मेडिटेशन करने से आपकी सोच में सकारात्मक बदलाव आता है। ऐसे में मेडिटेशन करने से हमारा मन शांत होता है और नींद बेहतर आती है।