सर्दियों के मौसम में घुटनों का दर्द होना एक आम समस्या है। खासकर सर्दियों में उन लोगों को ज्यादा परेशानी होती है, जो गठिया या अन्य जॉइंट्स संबंधी समस्याओं से परेशान हैं। क्योंकि ठंड के मौसम में रक्त संचार कम हो जाता है और घुटनों के आसपास की मांसपेशियों में जकड़न और दर्द बढ़ सकता है। इस स्थिति में योगाभ्यास एक प्रभावी और प्राकृतिक उपाय साबित हो सकता है। बता दें कि योग के अभ्यास से न सिर्फ शरीरिक लचीलापन बढ़ता है, बल्कि यह मांसपेशियों और जॉइंट्स को मजबूत बनाता है।
विशेष रूप से बालासन, वज्रासन और पवनमुक्तासन जैसे योगाभ्यास घुटनों के लिए फायदेमंद माना जाता है। यह आसन घुटनों के चारों ओर की मांसपेशियों को मजबूती देता है। जिससे दर्द कम होता है और लचीलापन बढ़ता है। वहीं योग का अभ्यास करने से शरीर का रक्त संचार भी सुधरता है और सर्दियों में जॉइंट्स के दर्द को भी कम करने में सहायता मिलती है।
बालासन
बालासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले पैरों को मोड़कर वज्रासन की अवस्था में बैठ जाएं। अब दोनों हाथों को ऊपर की तरफ ले जाएं और आगे की ओर झुकें। फिर अपनी हथेलियों को जमीन पर ले जाएं और फिर सिर को जमीन की ओर ले जाएं।
पवनमुक्तासन
इस आसन को करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं और पैरों को एक साथ सीधा रख लें। अब दाएं घुटने को अपनी छाती के पास लेकर आएं। फिर जांघ को पेट तक लाकर अच्छे से दबाएं और अपनी दाढ़ी को दाएं घुटने से लगाएं। इसके बाद गहरी सांस लेते हुए घुटनों को हाथों से अच्छे से पकड़ लें। घुटने को हाथ से अच्छे से पकड़ने पर आपको छाती पर हल्का सा दबाव महसूस होगा औऱ यह सामान्य है। फिर सांस छोड़ते हुए घुटने को ढीला कर दें। अब इस प्रोसेस को बाएं पैर के साथ करें। दोनों पैरों से एक बार-एक बार करने के बाद दोनों पैरों के साथ करें।
वज्रासन
वज्रासन करने के लिए आपको अपने घुटनों को पीछे की तरफ मोड़ लें। फिर अपने हिप को अपनी एड़ी के ऊपर रखें। इसके बाद सिर, गर्दन और रीढ़ की हड्डी को सीधे रखें। अपने हाथों की हथेलियों को जाघों पर रख लें।