हर उम्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य के लिए योगासन का अभ्यास करना चाहिए। बच्चों से लेकर बड़ों तक, पुरुषों और महिलाओं तक को नियमित योगासन का अभ्यास करना चाहिए। वहीं महिलाएं दिन भर घर के कामकाज के कारण खुद के लिए समय नहीं निकाल पाती हैं। जिसके कारण महिलाओं को ब्लड प्रेशर, मोटापा, शुगर, थायराइड और घुटनों के दर्द जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में नियमित रूप से योग का अभ्यास करने से महिलाओं को तमाम स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
इन शारीरिक समस्याओं से दूर रहने और खुद को स्वस्थ रखने के लिए दिनभर व्यस्त समय से खुद के लिए समय निकालकर कुछ योगासन का अभ्यास जरूर करना चाहिए। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको कुछ योगासनों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका अभ्यास आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।
धनुरासन
महिलाओं के मासिक धर्म संबंधी विकृतियों को दूर करने में धनुरासन मदद करता है। इस आसन का अभ्यास करने से मांसपेशियों में अच्छा खिंचाव होता है और पेट की चर्बी भी कम होती है। इसका अभ्यास करने के लिए पेट के बल लेटकर अपने घुटनों को मोड़ते हुए टखनो कों अपनी हथेलियों से पकड़ें। अब पैरों और बाहों को अपनी क्षमता के अनुसार ऊपर उठाएं। अब ऊपर देखते हुए इस मुद्रा में कुछ देर रहें और फिर सामान्य अवस्था में वापस आ जाएं।
बालासन
बालासन का अभ्यास करने से न सिर्फ शरीर लचीला बनता है बल्कि मानसिक शांति भी मिलती है और तनाव कम होता है। बालासन का अभ्यास करने से जमीन पर वज्रासन अवस्था में बैठकर सांस को अंदर लेते हुए अपने दोनों हाथों को सीधा सिर के ऊपर उठा लें। फिर सांस को छोड़ते हुए आगे की तरफ झुकें और अपनी हथेलियों और सिर को जमीन पर टिकाएं और लंबी सांस अंदर लें और बाहर की ओर छोड़ें। हाथों की उंगलियों को आपस में जोड़ते हुए सिर को दोनों हथेलियों के बीच में धीरे से रखें। फिर कुछ देर बाद सामान्य अवस्था में वापस आ जाएं।
सुखासन
बता दें कि मानसिक और शारीरिक शांति के लिए सुखासन का अभ्यास करना बेहद फायदेमंद है। योग की शुरुआत करने से पहले इस आसन को किया जाता है। जिससे कि सांस लेने की प्रक्रिया पर कंट्रोल किया जा सके। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पलथी मारकर बैठ जाएं। अब दोनों आंखों को बंद कर हथेलियों को घुटनों पर रखें। गहरी सांस लेते हुए यह प्रक्रिया दोहराएं।