CLOSE

कंप्यूटर के सामने बैठे-बैठे हो गई है कंधे और गर्दन में अकड़न तो जरूर करें ये योगासन

By Healthy Nuskhe | Oct 07, 2021

आजकल ज़्यादातर लोगों की डेस्क जॉब होती है। कंप्यूटर और लैपटॉप के सामने घंटों काम करने के कारण अधिकतर लोगों के गर्दन और कंधे में दर्द रहता है। कई बार यह दर्द इतना ज़्यादा बढ़ जाता है कि पेनकिलर लेने तक की नौबत आ जाती है। अगर आप भी कंधे के दर्द से परेशान हैं तो योग से आपको फायदा हो सकता है। ऐसे कई योगासन हैं जिनके नियमित अभ्यास से कंधे और गर्दन के दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है। आज के इस लेख में हम आपको गर्दन और कंधे के दर्द में राहत दिलाने वाले योगासन के बारे में बताएंगे - 

गौमुखासन 
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पालथी लगाकर बैठ जाएं। अब अपने बाएँ पैर को एड़ी के पास से अपनी तरफ खींचते हुए इस तरह रखें कि आपके पैर की एड़ी और दाईं तरफ का हिप आपस में टच हो जाएं। अब दाएं पैर को उठाते हुए बाएं पैर के ऊपर इसी तरह रखें, जैसे बायां पैर रखा हुआ है। इस अवस्था में आपके दोनों पैर के घुटने एक के ऊपर एक होने चाहिए। अब आपका जो पैर नीचे है, उस तरफ का हाथ ऊपर उठाइए और पीठ के पीछे की तरफ ले जाएं। अब दूसरा हाथ नीचे की तरफ से पीठ के पीछे की तरफ लेकर जाएं। पीठ के पीछे इन दोनों हाथों को आपस में उंगलियों की मदद से पकड़ने का प्रयास करें। अब इस प्रक्रिया को बाएं पैर को उठाते हुए दाएं पैर के ऊपर रखें और पूरी प्रक्रिया दोहराएं। इस आसान को 4 से 5 बार करें।

धनुरासन
धनुरासन का नियमित अभ्यास रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा दिला सकता है। इसके लिए जमीन पर पेट के बल उल्टा लेट जाएं और अपनी ठुड्डी को जमीन पर नीचे टिका दें। फिर अपने दोनों पैरों को मिलाएं और सीधे रहें। इसके बाद अपने पैरों को मोड़ते हुए पीछे लाएं और अपने हाथों से टकने को पकड़ने की कोशिश करें। फिर अपने दोनों पैरों को खींचे और इस अवस्था में 20-30 सेकंड तक रहें। इस आसान को 10 बार करें।

सालंब भुजंगासन  
ज़मीन पर पेट  के बल लेट जाएँ।अपनी कोहनियों को कमर से सटा के रखें और हथेलियां ऊपर की ओर। अब धीरे-धीरे सांस भरते हुए अपनी छाती को ऊपर की ओर उठाएं। और उसके बाद अपने पेट के भाग को धीरे धीरे ऊपर उठा लें। इस स्थिति में 30 सेकंड तक रहे। अब बाद सांस  छोड़ते हुए, अपने पेट, छाती और फिर सिर को धीरे-धीरे जमीन की ओर नीचे लाएं।

पर्वतासन
इस आसान को करने के लिए जमीन पर पालथी लगाकर बैठ जाएं। अब अपने दोनों हाथों को नमस्ते के आकार में जोड़ते हुए ऊपर की ओर ले जाएं।  इसके बाद गहरी सांस भरते हुए अपने कंधे, बाजू और पीठ की मांसपेशियों में एक साथ खिंचाव महसूस करें। इस स्थिति में एक से दो मिनट तक रहें। अब सांस छोड़ते हुए हाथों को नीचे लाएं। इस आसान को 10 से 15 बार दोहराएं।

धनुरासन
इस आसान को करने के लिए जमीन पर पेट के बल उल्टा लेट जाएं और अपनी ठुड्डी को जमीन पर नीचे टिका दें। फिर अपने दोनों पैरों को मिलाएं और सीधे रहें। इसके बाद अपने पैरों को मोड़ते हुए पीछे लाएं और अपने हाथों से टकने को पकड़ने की कोशिश करें। फिर अपने दोनों पैरों को खींचे और इस अवस्था में 20-30 सेकंड तक रहें। इस आसान को 10 बार करें।

उष्ट्रासन
इस आसन में ऊंट की मुद्रा बनाई जाती है और शरीर को पीछे की तरफ झुकाया जाता है। इस आसान को करने के लिए जमीन पर घुटने के बल बैठ जाएं और दोनों हाथों को कूल्हों पर रखें। ध्यान रखें कि आपके घुटने कंधों के समानांतर हों और पैरों के तलवे छत की तरफ हों। अब सांस को अंदर लें और रीढ़ की निचली हड्डी को आगे की तरफ जाने का दबाव डालें। इस दौरान पूरा दबाव नाभि पर महसूस होना चाहिए। इसे करने के दौरान अपनी कमर को पीछे की तरफ मोड़ें। अब धीरे-धीरे हथेलियों की पकड़ पैरों पर मजबूत बनाएं और अपनी गर्दन को ढीला छोड़ दें। गर्दन पर बिल्कुल भी तनाव न दें। इस अवस्था में 30 से 60 सेकेंड तक रहें। इसके बाद सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे पुरानी अवस्था में वापस लौट आएं।
Copyright ©
Dwarikesh Informatics Limited. All Rights Reserved.