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Yoga Tips: क्रोनिक समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए रोजाना करें ये तीन आसन, मिलेंगे कई स्वास्थ्य संबंधी फायदे

By Healthy Nuskhe | Aug 21, 2023

अगर आप भी खुद को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से फिट रखना चाहते हैं, तो आपको अपनी डेली रूटीन में योग को शामिल करना चाहिए। योग के रोजाना अभ्यास से न सिर्फ आप मौसमी बीमारियों से बचेंगे, बल्कि क्रोनिक हेल्थ समस्याओं को भी दूर रखने में मदद मिलेगी। वहीं योग अभ्यास की चीज है। योग के जरिए आप अपने तनाव कम करने के साथ, शरीर में लचीलापन लाने, शरीर को संतुलन और विश्राम देता है। फिटनेस एक्सपर्ट्स के अनुसार, क्रोनिक हेल्थ स्थितियों को रोकने और प्रबंधित करने का योग एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका है।

उत्कटासन
इस आसन को कुर्सी आसन भी कहा जाता है। बता दें उत्कटासन आसन के नियमित अभ्यास से जांघों, पसलियों के कॉलम, एडियों और पिंडलियों को मजबूती मिलती है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले मैट पर खड़े होकर अपने दोनों पैरों को फैलाएं। अब ह्रदय चक्र पर नमस्ते बनाने के लिए हथेलियों को मिलाएं और हाथों को ऊपर की ओर उठाएं। इसके बाद घुटनों को मोड़ते हुए धीरे-धीरे पेल्विस के नीचे करें। फिर टखनों और घुटनों को एक सीध में रखें। ध्यान रहे कि इस दौरान रीढ़ सीधी और पीठ झुके नहीं। इस आसन को 30-60 सेकेंड तक करना चाहिए।

नौकासन
नौकासन को करने से पेट की चर्बी कम होने के साथ ही पेट के अंगों की कार्यक्षमता में भी सुधार होता है। इस आसन के नियमित अभ्यास से पीठ के निचले हिस्से में दर्द, ब्लड सर्कुलेशन और पैरों के दर्द में राहत मिलती है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं। इसके बाद शरीर को फर्श से 45 डिग्री ऊपर लाएं। इसके बाद बाहों को अपने पैरों की तरफ फैलाएं। अब अपनी आंखें, उंगलियां और पैर की उंगलियों को एख सीध में रखें। कुछ समय तक इस स्थित में रहने के बाद अपनी सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं।

पश्चिमोत्तानासन
फिटनेस एक्सपर्ट्स की मानें तो योग का नियमित अभ्यास आपकी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। इस आसन से मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग होने के साथ ब्लड सर्कुलेशन और शरीर में लचीलापन बढ़ाने और मेंटल हेल्थ में फायदा पहुंचाता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले दोनों पैरों को फैलाकर जमीन पर बैठ जाएं। फिर गहरी सांस लेते हुए शरीर को आगे की तरफ झुकाएं। इसके बाद अपने घुटनों को नाक से छूने का प्रयास करें। अब अपनी बाहों को नीचे करें और अपने हाथों की उंगलियों से पैरों की उंगलियों को पकड़े। इस स्थिति में बने रहने के बाद सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं।
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