पुरुषों की तुलना में महिला का शरीर कई वजहों से लगभग हर उम्र में किसी न किसी तरह के बदलाव से होकर गुजरता है। इन बदलावों के कारण त्वचा के टेक्सचर से लेकर कुछ अंगों के आकार तक में बदलाव होता है। इन्हीं में से एक ब्रेस्ट पोर्शन भी है। बता दें कि हर महिला ब्रेस्ट पोर्शन को कवर करने के लिए ब्रा पहनती हैं। यह भी कई प्रकार के होते हैं, जो ब्रेस्ट को शेप के अनुसार कवरेज और सपोर्ट देते हैं। हालाँकि ब्रा कितनी भी अच्छी क्यों न हो, लेकिन यह स्तन के कसाव को लौटाने में सक्षम नहीं होती हैं।
कई महिलाएं सैगिंग ब्रेस्ट यानी ढीले होते स्तन की परेशानी से जूझती हैं। यह न सिर्फ आपके शरीर के आकार को प्रभावित करता है। बल्कि महिलाओं के सेल्फ कॉन्फिडेंस को भी गिरा देता है। यही वजह है कि कई महिलाएं इसके लिए ब्रेस्ट सर्जरी का सहारा लेती हैं। हालाँकि अगर आप भी इस समस्या से जूझ रही हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको स्तन के ढीलेपन को दूर करने और उनकी कसावट को लौटाने को लेकर कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं। ऐसे में इन टिप्स को फॉलो करने से ब्रेस्ट में कसाव आता है।
गौमुखासन
सबसे पहले पैर सामने की तरफ सीधा फैलाकर बैठें और इनको एक-दूसरे से चिपकाएं व पीठ को सीधा रखें।
फिर दाएं पैरे के घुटने के हिस्से को मोड़ते हुए बाएं तरफ के कूल्हे के हिस्से को नीचे की ओर ले जाएं।
अब बाएं पैर के घुटने को मोड़ें और दाएं पैर पर ले जाएं।
इसके बाद दोनों घुटनों को आपस में मिलाते हुए एक दूसरे के ऊपर रखें।
बाएं हाथ को सिर के बगल में सीधा रखें और कोहनी से हाथ को मोड़ते हुए हथेली को पीठ के पीछे ले जाएं।
अब दाएं हाथ को नीचे से पीठ पर ले जाएं और बाएं हाथ की उंगलियों को पकड़ें।
करीब 30 सेकेंड इस पोजीशन में रहें और फिर दूसरे तरफ से इस प्रक्रिया को दोहराएं।
बता दें कि यह आसन सीने के हिस्से को पेक्टोरल मसल्स को मजबूती प्रदान करने का काम करता है। इससे ब्रेस्ट को सपोर्ट मिलने के साथ कसाव आता है। दिन में कम से कम दो से तीन बार इस आसन को करना चाहिए।
तेल से मसाज
योगासन के अलाव ब्रेस्ट मसाज करनी चाहिए। नहाने से पहले महिलाओं को ऑलिव ऑइल से स्तन की हल्के हाथ से मसाज करनी चाहिए। यह प्रक्रिया 5 मिनट करनी चाहिए। मसाज करने के दौरान हाथों को ऊपर की तरफ ले जाना चाहिए।
इस तरह से मसाज करने से ब्लड सर्कुलेशन बूस्ट होकर नए सेल्स बनने में मदद करता है। इस प्रक्रिया को रोजाना करने से लचीलापन बढ़ता है और ब्रेस्ट की कसावट लौटती है।
बर्फ से मसाज
ब्रेस्ट में कसाव के लिए महिलाओं को नहाने के बाद बर्फ से सिकाई करनी चाहिए। सिकाई करने के लिए सबसे पहले एक कपड़े में आइस क्यूब को लपेट लें फिर ब्रेस्ट के साइड्स पर सर्कुलर मोशन में मसाज करना चाहिए। इससे ब्रेस्ट की त्वचा को टाइट होने में मदद मिलेगी और ढीलापन कम होगा।
धूप से बचें
इसके अलावा महिलाओं को अपने स्तनों को धूप से बचाने की भी सलाह दी जाती है। क्योंकि सूरज की यूवी किरणें आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचाती हैं, जिससे स्तन की कसावट में कमी हो सकती है। इसलिए जब भी बाहर निकलें तो दुपट्टे या फिर जैकेट की मदद से ब्रेस्ट एरिया को अच्छे से कवर करके निकलना चाहिए।
डाइट और हार्मोनल बैलेंस
वेट में उतार-चढ़ाव और हार्मोनल बैलेंस बिगड़ने की वजह से भी ब्रेस्ट सैगिंग होता है। इसके लिए महिलाओं को हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट लेनी चाहिए। इसके साथ ही अपने वजन पर भी नजर बनाए रखनी चाहिए।
हार्मोनल बैलेंस को मेनटेन करने के लिए न सिर्फ अपने खानपान पर ध्यान देना चाहिए। बल्कि पर्याप्त नींद, व्यायाम करने और कम से कम तनाव लेना चाहिए।