महिलाओं में पीरियड्स यानी मासिक धर्म होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। पीरियड्स के दौरान महिलाओं में कई तरह के हार्मोनल बदलाव आते हैं। पीरियड्स में ब्लीडिंग होने के अलावा पेटदर्द, ऐंठन और मूड स्विंग्स जैसी समस्याएं भी होती हैं। पीरियड्स में ब्लीडिंग होना साधारण है लेकिन अगर बहुत हैवी ब्लीडिंग हो तो काफी परेशानी हो जाती है। पीरियड्स में हैवी फ्लो होने के कारण दिन में कई बार सेनेटरी नैपकिन बदलना पड़ता है। इसके अलावा ज़्यादा खून निकलने की वजह से शरीर में पानी की कमी हो सकती है और कमजोरी आ सकती है। हैवी ब्लीडिंग के कई कारण हो सकते हैं जैसे, हार्मोनल बदलवाव, इन्फेक्शन, ट्यूमर दवा का सेवन, अधिक वजन या ज़्यादा स्ट्रेस। अगर कभी-कभी हैवी ब्लीडिंग हो तो कोई परेशानी की बात नहीं है लेकिन अगर हर महीने हैवी ब्लीडिंग हो तो इसे नज़दारांदाज़ नहीं करना चाहिए। ऐसी स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए नहीं तो बाद में यह किसी बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है। आज के इस लेख में हम आपको पीरियड्स में हैवी फ्लो को कम करने की कुछ आसान टिप्स देने जा रहे हैं -
सही पैड का इस्तेमाल करें
आजकल बाजार में कई तरह के सैनिटरी पैड्स उपब्ध हैं। अगर आप हैवी फ्लो की समस्या से परेशान हैं तो हाई एब्सॉर्प्शन वाले सैनिटरी नैपकिन का चुनाव करें। अक्सर पीरियड्स के दौरान रैशेज़ की समस्या भी हो जाती है इसलिए मुलायम पैड्स का चुनाव करें।
इंटिमेट हाइजीन है जरुरी
पीरियड्स के दौरान अपनी हाइजीन का भी खास ख्याल रखें। अगर आपको हैवी ब्लीडिंग होती है तो हर 3-4 घंटे में पेड़ बदलें। इसके अलावा हर बार पैड बदलने के बाद किसी अच्छे इंटीमेट वॉश से अपने प्राइवेट पार्ट्स की सफाई करें। इससे इंफेक्शन और रैशेज़ होने का खतरा कम होगा।
धनिया के बीज
धनिया के बीज का सेवन पीरियड्स के हैवी फ्लो को कम करे में फायदेमंद माना जाता है। अगर आप पीरियड्स के दौरान हैवी फ्लो से परेशान हैं तो एक गिलास पानी में दो चम्मच धनिया के बीज उबाल लें। जब यह थोड़ा ठंडा हो जाए तो इसे छानकर इसका सेवन करें।
दालचीनी
आमतौर पर दालचीनी का इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। लेकिन इसके इस्तेमाल से हैवी ब्लीडिंग की समस्या में भी आराम मिलता है। यदि आपको पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग हो रही हो तो एक चम्मच दालचीनी का पाउडर को पानी में डालकर उबाल लें। इस चाय के सेवन से हैवी ब्लीडिंग रोकने में मदद मिलती है। आप चाहें तो इसमें शहद मिलाकर कर भी पी सकती हैं।
सरसों के दाने
सरसों के दाने का इस्तेमाल पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग रोकने में बहुत फायदेमंद साबित होता है। इसके लिए 1 चम्मच सरसों के दाने का पाउडर गुनगुने दूध के साथ लें, हैवी ब्लीडिंग में राहत मिलेगी।
सौंफ का पानी
पीरियड्स में होने वाली तमाम परेशानियों जैसे पेट दर्द, ऐंठन और हैवी ब्लीडिंग में सौंफ का पानी रामबाण की तरह काम करता है। यह नुस्खा दादी-नानी के जमाने से इस्तेमाल होता चला आ रहा है। इसके लिए 1 कप पानी में 1 चम्मच सौंफ का पाउडर डाल कर लगभग 5 मिनट तक उबालें। थोड़ा ठंडा हो जाने पर इस पानी को छान लें। इसके सेवन से हैवी ब्लीडिंग में काफी राहत मिलेगी।
धनिया बीज
आयुर्वेद के अनुसार धनिया के बीज में कई औषधीय गुण पाए जाते है। पीरियड्स के दौरान धनिया के बीज का सेवन करने से हॉर्मोन्स संतुलित रहते हैं और हैवी ब्लीडिंग की समस्या में भी फायदा होता है। इसके लिए दो कप पानी में 1 चम्मच धनिए डालकर उबाल लें। जब पानी उबलकर आधा हो जाए तो इसे उतारकर छान लें। इस पानी में शहद मिलाकर पीने से हैवी ब्लीडिंग में काफी आराम मिलेगा।
हरी पत्तेदार सब्जियाँ
शरीर में आयरन की कमी होने पर भी हैवी फ्लो की समस्या होती है। पीरियड्स में हैवी फ्लो की समस्या को दूर करने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। इसमें आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं। पीरियड्स के दौरान हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में आयरन मिलता है और खून की कमी नहीं होती। ब्लीडिंग की समस्या में भी हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन बहुत फायदेमंद होता है।
अदरक
अदरक के इस्तेमाल से पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग की समस्या से राहत मिलती है। इसके लिए अदरक को पानी में डाल कर कुछ मिनट उबाल लें। थोड़ा ठंडा हो जाने पर इस पानी को पिएँ। आप चाहें तो इसमें शहद भी मिला सकती हैं। इसका सेवन दिन में 3-4 बार कर सकती हैं, हैवी ब्लीडिंग में आराम मिलेगा।
सेब का सिरका
सेब का सिरका पानी में मिलकर पीने से हैवी ब्लीडिंग की समस्या में लाभ होता है। इसका इस्तेमाल करने से शरीर से गंदगी बाहर निकालने और हॉर्मोन्स संतुलित रखने में मदद मिलती है। एक ग्लास पानी में 2 से 3 चम्मच सेब का सिरका मिलाकर पीने से हैवी ब्लीडिंग रोकने में मदद मिलेगी। आप इसका सेवन दिन में दो बार कर सकती हैं।