रक्त संबंधित रोग को एनीमिया कहा जाता है। इस बीमारी के चलते व्यक्ति के शरीर में खून की कमी होने लगती है। वहीं हीमोग्लोबिन एक तरह का प्रोटीन है। बता दें कि फोलिक एसिड, आयरन और विटामिन की कमी से एनीमिया हो जाता है। पुरुष और महिला दोनों में यह बीमारी हो सकती है। लेकिन ज्यादातर महिलाओं में यह समस्या देखी जाती है।
खासकर गर्भावस्था में महिलाओं के शरीर में खून की कमी हो जाती है। जिसके कारण प्रेग्नेंसी में महिलाओं को कमजोरी, थकान, सिर दर्द, चिड़चिड़ापन और चक्कर आदि आने लगते हैं। ऐसे में इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि एनीमिया से पीड़ित महिलाओं को किन फूड्स का सेवन करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
एनीमिया के लक्षण
एनीमिया के लक्षणों के दिखते ही सबसे पहले टेस्ट करवाएं। इससे पुष्टि हो जाएगी। वहीं प्रग्नेंसी के दौरान महिलाओं को एनीमिया की समस्या होती है। लेकिन कई बार महिलाएं इसे नजरअंदाज कर देती हैं। जिसका असर गर्भ में पलने वाले बच्चे पर पड़ता है। कई मामलों में स्थिति इतनी अधिक गंभीर हो जाती है कि बच्चे की जान बचाना मुश्किल हो जाता रहै। ऐसे में अगर आपके परिवार में किसी की एनीमिया की मेडिकल हिस्ट्री है। तो डॉक्टर को इसके बारे में जरूर बनाएं। हीमोग्लोबिन या ब्लड टेस्ट के जरिए एनीमिया की जांच की जाती है।
आयरन रिच फूड्स
एनीमिया के लक्षण नजर आने पर आयरन रिच फूड्स का सेवन करना चाहिए। बता दें कि पालक, काली मसूर दाल, लाल मसूर दाल और चना दाल में आयरन की अच्छी मात्रा पायी जाती है। वहीं दाल में आयरन और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में इन चीजों का सेवन करने से शरीर में खून बढ़ता है। वहीं इसके अलावा आप अंजीर, किशमिश, अखरोट और काजू आदि ड्राई फ्रूट्स का भी सेवन कर सकते हैं। साथ ही अंडे का सेवन भी एनीमिया में फायदेमंद माना जाता है। कद्दू के बीज का सेवन एनीमिया में लाभकारी होता है।
फोलिक एसिड
एनीमिया के मरीजों को हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह पर फोलिक एसिड का सेवन भी करना चाहिए। बता दें कि फोलिक एसिड विटामिन बी का एक रूप है। फोलिक एसिड का सेवन ब्लड सेल्स के निर्माण के लिए फायेदमंद माना जाता है। वहीं प्रेग्नेंसी के दौरान भी महिलाओं को फोलिक एसिड का सेवन किए जाने की सलाह दी जाती है। क्योंकि यह गर्भ में पलने वाले बच्चे के विकास के लिए भी जरूरी माना जाता है। ऐसे में आप डॉक्टर की सलाह पर विटामिन-B12 का सेवन कर सकती हैं।