जब महिलाओं में प्राकृतिक रूप से पीरियड साइकिल बंद हो जाता है, तो इस फेस को मेनोपॉज कहा जाता है। हर महिला को इससे गुजरना पड़ता है। आमतौर पर करीब 40-50 साल की उम्र में मेनोपॉज शुरू होता है। इस दौरान महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस दौरान वेजाइनल ड्राइनेस, हॉट फ्लैशेस पसीने और ब्रेस्ट में दर्द होता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम बताने जा रहे हैं कि मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को ब्रेस्ट में दर्द क्यों होता है।
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को ब्रेस्ट में दर्द की वजह
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक ब्रेस्ट में दर्द होना मेनोपॉज की एक सामान्य वजह है। अलग-अलग महिलाओं में अलग-अलग तरीकों से अनुभव होता है। कुछ महिलाओं को जलन, कोमलता और दर्द
होता है, तो वहीं कुछ महिलाओं को चुभने वाला दर्द होता है। क्योंकि आपके ब्रेस्ट के टिशु हार्मोन के प्रति संवेदनशील होते हैं। मेनोपॉज या पेरी मेनोपॉज में प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन में ड्रॉप होता है। हांलाकि यह हार्मोनल बदलाव ही है, तो स्तन में दर्द का अनुभव देते हैं।
एस्ट्रोजन में गिरावट होने की वजह से सपोर्टिंग कनेक्टिव टिशू कम हो जाता है। जिसकी वजह से ब्रेस्ट में दर्द और कोमलता आती है। ऐसा होना सामान्य प्रक्रिया है, जिसे लेकर महिलाओं को घबराना नहीं चाहिए। वहीं अगर आप ज्यादा दर्द से परेशान हैं तो डॉक्टर से संपर्क कर सकती हैं।
ऐसे रखें ख्याल
कैफीन,स्मोकिंग और अल्कोहल का सेवन करने से परहेज करें
ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें
हेल्दी डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल चुने
नियमित रूप से ब्रेस्ट की जांच कारण
रेगुलर एक्सरसाइज करें
तनाव को मैनेज करें
सपोर्टिव ब्रा पहनें