महिलाओं की फर्टिलिटी पर कई फैक्टर्स का असर होता है। जिनमे से एक खान-पान भी है। अनहेल्दी डाइटिंग, हार्मोन्स, पीरियड्स, रिप्रोडक्टिव हेल्थ और फर्टिलिटी पर असर डाल सकती है। वहीं हेल्दी खानपान फर्टिलिटी को सुधारने में सहायता कर सकता है। क्योंकि जब फर्टिलिटी मजबूत हो, तो कंसीव करने में आसानी हो सकती है। इसके लिए खान-पान में हेल्दी फल, सब्जियों, नट्स और सीड्स को शामिल करना चाहिए।
वहीं अनानास गुणों से भरपूर फल होता है। बहुत सारे लोगों का मानना होता है कि अगर महिलाएं डाइट में अनानास शामिल करती हैं, तो इससे फर्टिलिटी मजबूत हो सकती है। लेकिन इस बात में कितनी सच्चाई है, यह जानना बेहद जरूरी है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि क्या अनानास डाइट में शामिल करने से फर्टिलिटी मजबूत हो सकती है।
फर्टिलिटी को मजबूत कर सकता है अनानास
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें, तो इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि अनानास खाने से फर्टिलिटी बूस्ट होती है। हालांकि इसमें मौजूद गुण प्रेग्नेंसी में सहायता कर सकता है। क्योंकि अनानान में ब्रोमलिन पाया जाता है, जोकि एक प्रोटियोलेटिक एजाइम है। इससे टिश्यू डेवलपमेंट में मदद मिलती है।
इसके अलावा ब्रोमलिन में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है, जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और यह यूट्रस में खून के फ्लो को भी सुधारने में सहायता करता है।
बता दें कि अनानास खाने से खून पतला होता है। अनानास में मौजूद ब्रोमलिन खून को पतला करता है और जब खून पतला होता है, तो यह यूट्रस तक बेहद आराम से पहुंचता है।
वहीं ओव्यूलेशन के बाद ब्रोमलिन यूट्रस में इम्ब्रियो को इंप्लांट करने में सहायता करता है। लेकिन अनानास खाने से सिर्फ फर्टिलिटी में सुधार होता है, ऐसा कहना सही नहीं होगा।
अगर आप भी कंसीव करने की प्लानिंग कर रही हैं, तो आप अनानास को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। इसको सीधे खाने से फायदा होगा। वहीं इसके जूस में ब्रोमलिन कम मात्रा में होता है।
एक्सपर्ट की मानें, तो अनानास या फिर किसी भी एक फल या फूड को डाइट में शामिल करने से गर्भधारण की संभावना को नहीं बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए आपकी हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल बहुत जरूरी है।
कंसीव करने के लिए आपको अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में कुछ खास बदलाव करने होंगे। जिससे कि आपके मां बनने की राह आसान हो सके।