महिलाओं के शरीर में आयरन की कमी बहुत मायने रखती है। जब शरीर में रेड ब्लड सेल्स कम हो जाते हैं, तो उसको आयरन की कमी माना जाता है। आयरन की कमी से कमजोरी, थकान, सीने में दर्द, सांस फूलने और स्किन का सफेद पड़ जाना आदि समस्याएं शामिल हैं। वहीं अगर किसी गर्भवती महिला के शरीर में आयरन की कमी होती है, तो इसका असर गर्भ में पलने वाले बच्चे पर भी पड़ सकता है। लंबे समय तक आयरन की कमी होने पर यह जानलेवा हो सकती है। इसकी कमी से ए-प्लास्टिक एनीमिया और सिकलसेल एनीमिया जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती है।
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो आयरन की कमी होने पर आप अपनी डाइट में कुछ बदलाव कर इसको कंट्रोल कर सकते हैं। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको एक ऐसी होम रेमेडी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आयरन की कमी वाले लोग खा सकते हैं। यह एक तरह का मुखवास है, जिसको एनर्जी लेवल, डाइजेशन और हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए लिया जा सकता है। इस रेसिपी को किसी भी उम्र का व्यक्ति खा सकते हैं। वहीं यह बाल और स्किन के लिए बेहतर माना जाता है।
मुखवास की सामग्री
आंवला
चुकंदर
काला नमक
बता दें कि आंवला विटामिन सी का अच्छा सोर्स है। इसके कारण शरीर में आयरन अच्छे से एब्जॉर्ब होता है और इम्यूनिटी बनती है। आंवला का सेवन करने से बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकल जाता है। इससे आपका डाइजेशन अच्छा होता है। वहीं हेयर फॉल के लिए भी आंवला अच्छा माना जाता है। यह थायराइड की समस्या, एसिडिटी और स्किन इशूज में भी लाभकारी होता है। आयुर्वेद में आंवला को बहुत तरीकों से इस्तेमाल किया जाता है।
वहीं चुकंदर आयरन से भरपूर होता है और इसमें पोटैशियम भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा चुकंदर में कई न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं, जो हमारी सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। खून बढ़ाने के लिए चुकंदर एक अच्छा ऑप्शन माना जाता है। अगर आप रोजाना चुकंदर का सेवन करती हैं, तो यह आपकी सेहत और रेड ब्लड सेल्स दोनों के लिए अच्छा माना जाता है।
कैसे बनाएं मुखवास
सबसे पहले 10 आंवला और 3 बीटरूट को ग्रेट कर लें।
फिर इसमें 1 चम्मच काला नमक मिलाएं।
अब इसको 3-4 दिनों तक सूखने दें।
आप चाहें तो इसको सूरज को रोशनी में सुखा सकती हैं। इसको ऐसी जगह रखें, जहां नमी न हो। धूप में सुखाने के दौरान आप इसके ऊपर एक मलमल के कपड़े को डाल सकती हैं। जब यह अच्छे से सूख जाए, तो इसको एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें।
6 महीने तक करें स्टोर
बता दें कि रूप टेंपरेचर पर 6 महीने तक के लिए स्टोर कर सकती हैं। इसको बहुत ज्यादा न बनाएं। वहीं अगर आपके पास फ्रेश आवंला नहीं है, तो आप आंवला पाउडर का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। हालांकि प्रयास करें कि आपको फ्रेश आंवला मिल जाए।
कैसे इस्तेमाल करें
आप मुखवास दिन में तीन बार 1 छोटा चम्मच नाश्ते, दोपहर के खाने और रात के खाने के बाद ले सकती हैं। वहीं आप इसको खाली पेट भी खा सकती हैं।
आंवला न मिलने पर क्या करें
अगर आपको आंवला नहीं मिल पा रहा है, तो आप स्टीम किए हुए बीटरूट में 1 चुटकी आंवला पाउडर और 1 चुटकी काला नमक मिला दें। अब इसको सलाद की तरह खाएं। इससे भी आपको ठीक उसी तरह के फायदे मिलेंगे।
आप चाहें तो आंवला पाउडर और बीटरूट पाउडर में स्वादानुसार काला नमक मिलाकर रख सकती हैं। इसे आप रोजाना खाना खाने से पहले 1 छोटा चम्मच खा सकती हैं।
शरीर में हीमोग्लोबिन कम हो, बाल झड़ने की समस्या हो, थकान या अपच या आयरन की कमी होने पर इसका सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है।