छोटे बच्चों में पाचन तंत्र धीरे-धीरे विकसित होता है। जिसकी वजह से बच्चों को एसिडिटी और ब्लोटिंग की समस्या होने लगती है। क्योंकि दूध पीने के दौरान बच्चे के पेट में हवा भर जाती है, जिस वजह से शिशु के पेट में गैस बन जाती है। पेट में गैस बनने पर बच्चे के पेट में दर्द होता है, जिसके कारण वह रोने लगते हैं और वहीं पेरेंट्स बच्चे की समस्या को समझ नहीं पाते हैं।
जिस वजह से उनके अंदर चिड़चिड़ापन हो जाता है। ऐसे में अगर आपका बच्चा भी छोटा है, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको शिशुओं को गैस की समस्या से राहत दिलाने के कुछ उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं।
बेस्ट एक्सरसाइज
छोटे बच्चे को एसिडिटी की समस्या से राहत दिलाने के लिए आप बच्चे के पेट के निचले हिस्से पर दो उगंलियों को हल्के से रखें। इसके बाद दोनों पैरों को पकड़कर गोलाकार गति में धीरे-धीरे घुमाएं। अब पेट पर रखी उंगलियों को दबाते हुए शिशु के पैरों को तब तक घुमाते रहें, जब तक बच्चे को मजा आता रहे।
बच्चे को दूध पिलाने के दौरान और बाद में उनके पेट से हवा बाहर निकालने के लिए शिशु को डकार दिलाएं।
नवजात को दूध पिलाने के दौरान उनको थोड़ी देख सीधा रखने का प्रयास करें।
शिशु के पेट से गैस निकालने के लिए सर्कुलेशन मोशन में बच्चे के पेट की मसाज करें।
बच्चे को हमेशा एक ही पोजीशन में फीड नहीं करवाना चाहिए। आप शिशु को सीधा कपड़ने या फिर फीडिंग तकिए का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
अगर आप बच्चे को स्तनपान करवाती हैं, तो अपनी डाइट का खास ख्याल रखें। डाइट में ऐसे फूड्स को शामिल न करें, जिससे बच्चे को एसिडिटी की समस्या हो।
अगर बच्चा बोतल से दूध पीता है, तो उसको दूख पिलाते समय ध्यान रखें कि शिशु के उम्र के अनुसार ही बोतल के निप्पल का छेद हो। जिससे कि बच्चे के पेट में दूध पीने के दौरान हवा पेट में न जाए।
बच्चे को एसिडिटी की गंभीर समस्या होने पर या एसिडिटी की वजह से पेट में दर्द या सांस लेने में दिक्कत हो, तो आपको फौरन हेल्थ एक्सपर्ट से परामर्श करना चाहिए।