Eye Care: बारिश के मौसम में आई फ्लू से बचने के लिए अपनाएं ये तरीके, जानिए क्या कहते हैं आई एक्सपर्ट
- अनन्या मिश्रा
- Aug 06, 2024
बारिश के मौसम का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं, क्योंकि यह मौसम गर्मी से राहत देने का काम करता है। लेकिन बारिश का मौसम आते ही आंखों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। मानसून में आंखों का खास ख्याल रखना चाहिए। बता दें कि शहर के प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में आंखों के मरीजों में इजाफा हो रहा है।
आंखों के रोग में सबसे ज्यादा आई फ्लू के मामले सामने आ रहे हैं। बारिश में वायरल इंफेक्शन फैलने का अधिक खतरा होता है। क्योंकि इस दौरान वातावरण में अधिक नमी होती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि आई फ्लू से बचने के लिए किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए।
इंफेक्शन का खतरा
आई एक्सपर्ट के मुताबिक बारिश के मौसम में बैक्टीरियल संक्रमण से बचने के लिए खास ख्याल रखना चाहिए। अगर आप बारिश में भीग गए हैं, तो आंखों को साफ पानी से धोएं। क्योंकि बारिश के पानी में धूल के कण पाए जाते हैं, जिसके कारण आंखों के इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। वहीं आंखों को धोने से बाद साफ कपड़े से पोछें। क्योंकि हर राज्य में आई फ्लू के मामले बढ़ रहे हैं।
इन बातों का रखें खास ख्याल
गंदे हाथों से आंखों को न छुएं।
वहीं बार-बार बच्चों को आंखे मलने व छूने से रोकें।
अगर आसपास आई फ्लू की आशंका लगे, तो साफ पानी से आंखें धोएं और ठंडे पानी से आंखों की सिकाई करें।
अगर आप घर में किसी सदस्य के आई फ्लू की दवा डालते हैं, तो हाथों को साबुन से धोएं।
आंखों में जलन, लाली और खुजली होने पर एक्सपर्ट की सलाह लें, लेकिन खुद आंखों में कोई दवा न डालें।
इसके साथ ही डेली इस्तेमाल में आने वाली चीजें जैसे तौलिए आदि को अलग रखें और इनको किसी को इस्तेमाल न करने दें।
वहीं अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं, तो संक्रमण के दौरान इनका उपयोग न करें और एक्सपर्ट की सलाह लें।
बारिश के मौसम में पानी से भरे गड्ढों व पोखरों आदि से बच्चों को दूर रखें। क्योंकि ज्यादातर इन्हीं जगहों पर बैक्टीरिया पनपते हैं।
आई फ्लू से बचने के लिए ताजा खाना खाएं और साफ पानी का सेवन करें।
बाहर आने के बाद हमेशा साबुन से हाथ धोएं।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।