चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस दुनियाभर में तबाही मचा चुका है। अभी तक भारत में कोरोना महामारी के मरने वालों की संख्या 1.15 लाख के पार जा चुकी है। देशभर में 76 लाख से भी ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके है। इसमें से 67.95 लाख लोग ठीक हो चुके हैं और 7.4 लाख लोगों का इलाज अभी भी जारी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को कोरोना वायरस से 3579 और लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई तथा 41 मरीजों ने दम तोड़ दिया। वहीं, बिहार में कोरोना वारयस से संक्रमित लोगों की संख्या 2 लाख के पार जा चुकी है। दिल्ली और बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटका और तमिलनाडु में कोरोना वायरस के नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं।
क्या सर्दियों में बढ़ जाएगा कोरोना का कहर?
दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना वायरस को लेकर रोज नए-नए शोध किए जा रहे हैं जिनमें अलग-अलग बातें सामने निकल के आ रही हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के शुरुआती दिनों में यह कयास लगाए जा रहे थे कि गर्मी बढ़ने से कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब तो गर्मी के बाद सर्दियों ने भी दस्तक दे दी है। कोरोना वायरस को लेकर हुए नए शोध में वैज्ञानिकों ने खुलासा किया है कि सर्दियों में कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका है। वैज्ञानिकों के मुताबिक ठंड में कोरोना वायरस और ज्यादा खतरनाक हो जाएगा इसलिए जाड़े में कोरोना वायरस को लेकर अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। वैज्ञानिकों के मुताबिक गर्मी के मौसम में कोरोना वायरस फैलने का एक बड़ा कारण संक्रमित छोटे आकार के एरोसॉल कण (हवा में मौजूद ठोस या वाष्प कण) के संपर्क में आना है। जाड़े में कोरोना संक्रमण फैलने की मुख्य वजह सांस छोड़ने, खांसने या छींकने के दौरान मुंह और नाक से निकली बूंदों के सीधे संपर्क में आना हो सकता है। वहीं, सर्दियों का असर हमारी इम्युनिटी पर भी पड़ता है। सर्दियों के मौसम में हमारा इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो जाता है जिसके कारण हम आसानी से संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में इम्युनिटी कमजोर होने के कारण सर्दियों में कोरोना वायरस संक्रमण से प्रभावित होने की संभावना ज़्यादा है। डॉक्टर्स के मुताबिक कोरोना वायरस एक रेस्पिरेटरी वायरस है और यह रेस्पिरेशन यानि साँस लेने के जरिए ही शरीर के अंदर आता है। डॉक्टर्स का मानना है कि सीजनल और रेस्पिरेटरी वायरस सर्दी के मौसम में बड़े स्तर पर सक्रिय हो जाते हैं इसलिए सर्दियों में आशंका है कि सर्दियों में कोरोना वारयस का प्रकोप अधिक बढ़ सकता है।
बचाव है बेहद जरूरी
सर्दियों में सीजनल फ्लू और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ज्यादा सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। सर्दियों में सीजनल फ्लू से संक्रमित होने का खतरा भी अधिक होता है इसलिए सर्दियों में इस बात का पता लगाना मुश्किल हो सकता है कि कोई मरीज वायरल फ्लू से संक्रमित है या कोरोना वायरस से? इससे बचाव के लिए सावधानी बरतें और ऐसी सभी गतिविधियों से दूर रहें जिनसे कोरोना संक्रमण होने का खतरा हो। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क पहनें और सोशल डिस्टैन्सिंग का पालन करें। इसके अलावा आप घरेलु नुस्खों का प्रयोग कर सकते हैं जैसे गिलयो या काढ़ा पिएँ, चाय में अदरक डालकर पिएँ, और ऐसी चीज़ों का सेवन करें जिससे इम्युनिटी बढ़ती हो।