Cervical Cancer Awareness: सर्वाइकल कैंसर से खुद का करना चाहते हैं बचाव तो डाइट में शामिल करें ये पोषक तत्व
- अनन्या मिश्रा
- Feb 03, 2025
पिछले कुछ सालों में सर्वाइकल कैंसर के मामले में बढ़ोत्तरी देखी गई है। सर्वाइकल कैंसर वह स्थिति है, जब गर्भाशय ग्रीव में असामान्य कोशिकाएं अत्यधिक वृद्धि करने लगती है। यह कैंसर धीरे-धीरे बढ़ता है और यदि समय रहते इसका इलाज नहीं किया जाता, तो यह शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है। मुख्य रूप से मानव पेपिलोमावायरस (एचपीवी )संक्रमण के कारण सर्वाइकल कैंसर होता है। ऐसे में अगर आप अपना खानपान सही रखते हैं, तो सर्वाइकल कैंसर से खुद का बचाव कर सकते हैं। ऐसे में आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए कुछ ऐसे आहार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको आप अपनी डाइट में शामिल कर कैंसर से खुद का बचाव कर सकते हैं।
सर्वाइकल कैंसर से ऐसे करें बचाव
सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए डाइट में एंटी-ऑक्सीडेंट्स का सेवन बढ़ाना चाहिए। क्योंकि यह कोशिकाओं को नुकसान पहुंचने से बचाते हैं। इसलिए अपनी डाइट में विटामिन ए, विटामिन सी और बादाम व बीज शामिल कर सकती हैं। यह कोशिकाओं की रक्षा करती हैं और कैंसर के जोखिम को भी कम करने में सहायक होता है।
डाइट में क्रुसिफेरस सब्जियां शामिल करें। फूलगोभी, ब्रोकली और पत्तागोभी में ऐसे यौगिक पाए जाते हैं, जो कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोक सकते हैं। यह सब्जियां हमारे शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को निकालने में सहायता करती हैं।
इसके साथ ही आपको फोलिस एसिड युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करें। बींस, हरी पत्तेदार सब्जियों और दाल आदि में फोलिक एसिड अच्छी मात्रा में पाया जाता है। यह पोषक तत्व डीएनए की मरम्मत करने के साथ कोशिकाओं को स्वस्थ होने में मदद करते हैं। यह कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं।
डाइट में ओमेगा 3 फैटी एसिड को बढ़ाना चाहिए। इसके लिए आप फ्लैक्सीड्स, अखरोट और चिया सीड्स का सेवन कर सकते हैं। यह एंटी-इंफ्लेमेटरी होते हैं, जो शरीर में सूजन कम कर सकते हैं और कैंसर के जोखिम को घटा सकते हैं।
ये टिप्स करेंगे मदद
इसके साथ ही एचपीवी वैक्सीनेशन कराएं। वहीं 45 साल से पहले hpv वैक्सीनेशन कराना आवश्यक है।
साथ ही कॉन्डम का इस्तेमाल और यौन साथियों की संख्या कम रखें।
इसके अलावा नियमित स्क्रीनिंग पैप स्मीयर और HVP टेस्ट अवश्य करें।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।