Heel Pain: ठंड में एड़ियों के दर्द से राहत पाने के लिए लगाएं ये देसी तेल, खींच लेगा सारा दर्द
- अनन्या मिश्रा
- Nov 30, 2024
कुछ लोग एड़ियों के दर्द की समस्या से बहुत ज्यादा परेशान रहते हैं। इसके होने के की कई वजहें हो सकती हैं। जैसे कि कोई चोट, टेंडोनाइटिस या खराब क्वालिटी के जूते पहनना और प्लांटार फासिसाइटिस आदि। प्लांटार फासिसाइटिस एड़ी के नीचे के हिस्से में दर्द होना आम कारण है। बता दें कि ऐसी स्थिति तब होती है, जब पैर के तलवे की मांसपेशियों में सूजन आ जाती है। जिसकी वजह से एड़ी के निचले हिस्से में दर्द होने लगता है।
यह दिक्कत उन लोगों में ज्यादा होती है, जिनका वजन ज्यादा होता है या फिर जो ज्यादा चलते या दौड़ते हैं। कई बार इस समस्या में घरेलू इलाज काफी फायदेमंद देखे गए हैं। वहीं आयुर्वेद में इसके कुछ घरेलू उपाय भी बताए गए हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको एड़ियों में होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए कुछ उपाय बताने जा रहे हैं।
लहसुन और सरसों का तेल
बता दें कि लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो एड़ियों के दर्द को कम कर सकता है। लहसुन की कुछ कलियों को सरसों के तेल में गर्म करके इसको ठंडा कर लें और दर्द वाली जगह पर मालिश करें।
सेंधा नमक
गुनगुने पानी में सेंधा नमक डालकर उसमें पैरों को कुछ देर डुबोकर रखने से मांसपेशियों में आराम मिलेगा और दर्द में भी राहत मिलेगी। क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो दर्द और सूजन को कम करते हैं।
हल्दी और दूध
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। यह एड़ियों के दर्द को कम करने में मददगार होता है। सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर इसका सेवन करें।
अदरक
अदरक एक नेचुरल एंटी-इंफ्लेमेटरी है, जो दर्द और सूजन को कम करने में भी सहायक होता है। यदि आप अदरक की चाय पी सकते हैं या अपने भोजन में भी अदरक का इस्तेमाल कर सकते हैं।
तिल के तेल की मालिश
तिल के तेस से मालिश करने से एड़ियों के दर्द और सूजन को कम करने में सहायता करता है। इसको हल्का गर्म करके दर्द वाली जगह पर मालिश करना चाहिए। यह मांसपेशियों को आराम देने और रक्त प्रवाह बढ़ाने में सहायक होता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।