जाड़े के मौसम में कब्ज की समस्या बढ़ जाती है। जाड़े का प्रभाव न सिर्फ ब्लड सर्कुलेशन पर पड़ता है, बल्कि पूरे शरीर के सिस्टम पर पड़ता है। पाचन की वजह से काफी लोग कब्ज की समस्या से जूझते हैं। जाड़ों में अगर कब्ज की समस्या बढ़ने लगती है तो इसके लिए कुछ कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। इनसे बचकर कब्ज की समस्या से निपटा जा सकता है। युवाओं में कब्ज की बीमारी की बात करें तो लगभग 100 में से 16 युवाओं में कब्ज के लक्षण होते हैं। कब्ज की बीमारी पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करती है। समय रहते कब्ज की समस्या का बचाव के कुछ उपायों को अपनाया जा सकता है जिससे यह समस्या परेशान न करें। जानिए ठंड के मौसम में कब्ज की समस्या के बचाव के उपाय-
पानी का सेवन करें:
ठंड के मौसम में कब्ज बढ़ने का मुख्य कारण होता है कि हम पानी का पर्याप्त मात्रा में सेवन नहीं करते हैं। इसके परिणामस्वरूप हम कम पानी पीते हैं। डिहाइड्रेशन के कारण मल सख्त हो जाता है और मलत्याग को मुश्किल बना देता है जिसके कारण कब्ज की समस्या गंभीर हो जाती है। इस परेशानी से बचने के लिए हमें दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए। कोशिश करें कि गरम पेय पदार्थ, हर्बल चाय आदि लेते रहें, ताकि रोजाना मलत्याग की आदत में सुधार हो।
फाइबर युक्त डाइट लें:
हमें आपने खानपान में फाइबर युक्त डाइट लेनी चाहिए। अधिक रेशेदार यानी फाइबरयुक्त खुराक से मलत्याग को नियमित और आसान बनाने में मदद मिलती है। हमें अपने खानपान में फलों, सब्जियों, दालों और साबुत अनाज को शामिल करना चाहिए। ज्यादातर लोग सर्दियों में भारी, जंग फ्रूड और प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते हैं जिस कारण उन्हें कब्ज की समस्या हो जाती है। सर्दियों में हमें फाइबरयुक्त भोजन का सेवन करना चाहिए जो हमें इस समस्या से बचा सकता है।
कैफीन की ज्यादा मात्रा:
जाड़े से बचने लिए लोग कॉफी और चाय को ज्यादा पीने लगते हैं। इसमें पाए जाने वाला कैफीन डिहाइड्रेशन के लिए जिम्मेदार होता है। जिसकी वजह से कब्ज की समस्या होने लगती है। हमें सर्दियों में चाय और कॉफी सीमित मात्रा में ही लेनी चाहिए ताकि हम इस समस्या से बच सकें।
नियमित व्यायाम करें:
रोजना व्यायाम करना सेहत के लिए तो अच्छा होता ही है। इसके चलते कब्ज जैसी परेशानियों से भी बचाव किया जा सकता है। शारीरिक गतिविधियों से मांसपेशियां मजबूत बनती हैं। इससे मलत्याग में मदद मिलती है। हर दिन के रूटीन में योग, दौड़, तेज-तेज चलने जैसी गतिविधियों को शामिल किया जा सकता है। कब्ज से बचाव के उपाय करने पर पाचन तंत्र की सेहत भी बढ़िया होती है।