यूरिक एसिड शरीर में बनने वाला एक अपशिष्ट पदार्थ है। कुछ खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले प्यूरीन तत्व के टूटने से यूरिक एसिड बनता है। आमतौर पर यह रक्त में घुल जाता है। वहीं पेशाब के जरिए यह शरीर से बाहर निकल जाता है। लेकिन जब शरीर से यूरिक एसिड बाहर नहीं निकल पाता है, तो यह किडनियों या जोड़ों में जमा हो जाता है। वहीं शरीर में यूरिक एसिड जमा होने से गाउट या किडनी में पथरी की समस्या हो जाती है।
हांलाकि यूरिक एसिड के इलाज के लिए सबसे पहले इसके लक्षणों का सही समय पर पता लगाना बेहद जरूरी होता है। आपको पेशाब में बढ़े हुए यूरिक एसिड के लक्षण नजर आ सकते हैं। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि यूरिक एसिड का लेवल हाई होने पर पेशाब में क्या लक्षण नजर आते हैं। साथ ही यह भी जानेंगे कि इसको कम करने के लिए क्या-क्या कदम उठाए जाने चाहिए।
क्लाउडी यूरिन या झागदार पेशाब होना
बता दें कि पेशाब के झागदार होना इस बात का संकेत है कि यूरिक एसिड ने छोटी पथरी का रूप ले लिया। लेकिन अगर इसके साथ आपको डिहाइड्रेशन की समस्या भी है, तो आपको अधिक सतर्क होने की जरूरत है।
किडनी में पथरी
अगर पेशाब के साथ यूरिक एसिड नहीं निकल पाता है, तो यह क्रिस्टल का रूप ले लेता है। जिसके बाद यह किडनी में पथरी का रूप ले लेता है। किडनी में पथरी होने की वजह से पेशाब में रक्त, पेशाब पथ में बार-बार संक्रमण का होना और गंभीर दर्द के लक्षण नजर आते हैं।
गहरे रंग की पेशाब होना
गहरे या लाल रंग की पेशाब होना इस बात की तरफ संकेत करता है कि आपकी किडनी में सब ठीक नहीं है। यह इस ओर संकेत देता है कि किडनी में यूरिक एसिड जमा होने से पथरी बन रही है। या फिर पेशाब संबंधी समस्याओं का एक संभावित लक्षण हो सकता है।
बार-बार पेशाब आना, दर्द या बेचैनी होना
आपको बता दें कि कुछ लोगों को पेशाब के दौरान असुविधा या दर्द का अनुभव हो सकता है। खासकर गुर्दे में पथरी या मूत्र संबंधी रुकावट आपको परेशान कर सकती हैं। ऐसे में बार-बार पेशाब की इच्छा होना, दर्द या परेशानी होना यूरिक एसिड से संबंधित एक लक्षण हो सकता है।
यूरिक एसिड के लक्षण
अगर आपको ऊपर बताए गए पेशाब से जुड़े लक्षण महसूस होते हैं। तो आपको फौरन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। क्योंकि डॉक्टर आपको यूरिक एसिड लेवल की जांच के लिए टेस्ट की सलाह दे सकते हैं।
ऐसे कम करें यूरिक एसिड
पूरे दिन में कम से कम 10 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए।
पर्याप्त मात्रा में पानी के सेवन से ब्लड में यूरिक एसिड पतला होता है।
इसके साथ ही हाई उच्च प्यूरीन वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कम से कम करना चाहिए। हाई उच्च प्यूरीन वाले खाद्य पदार्थों में रेड मीट, समुद्री भोजन (विशेष रूप से शेलफिश), ऑर्गन मीट और कुछ सब्जियां शामिल हैं।
यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में कम वसा वाले डेयरी उत्पाद जैसे दूध और दही मददगार होते हैं।
शराब, विशेष रूप से बीयर और स्प्रिट आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
यूरिक एसिड के स्तर को कम करने के लिए चेरी या चेरी का जूस का सेवन करना चाहिए।
यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में विटामिन सी सहायक होता है।
यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में साबुत अनाज, फल और सब्जियों आदि का सेवन करना चाहिए।