Health Tips: एक्सपर्ट से जानिए सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है जोड़ों का दर्द, लाइफस्टाइल में ये बदलाव कर पाएं निजात

  • अनन्या मिश्रा
  • Jan 29, 2025

Health Tips: एक्सपर्ट से जानिए सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है जोड़ों का दर्द, लाइफस्टाइल में ये बदलाव कर पाएं निजात

सर्दियों के मौसम में सुबह के समय जोड़ों में दर्द और अकड़न होता है। यह दर्द किसी को ज्यादा तो किसी को कम हो सकता है। सर्दियों में जोड़ों का दर्द होना काफी कॉमन होता है। ठंड के मौसम में जोड़ों में दर्द और अकड़न बढ़ने के कई कारण हैं। दरअसल, सर्दियों में टेंपरेचर कम होने से ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाती है। जिसकी वजह से ब्लड फ्लो कम हो जाता है और जोड़ों में दर्द अधिक महसूस होता है। वहीं इस मौसम में फिजिकल एक्टिविटी कम होने और मूड में बदलाव होने की वजह से भी ऐसा हो सकता है।


वहीं जो लोग अर्थराइटिस की समस्या से पीड़ित हैं, उनको सर्दियों में यह समस्या अधिक परेशान करती है। WHO के अनुसार, पूरी दुनिया में करीब 52.8 करोड़ लोग ऑस्टियोआर्थराइटिस की समस्या से पीड़ित हैं। वहीं दुनिया में 1 करोड़ 76 लाख लोगों को रूमेटॉइड आर्थराइटिस है। इन सभी लोगों के जोड़ों में सूजन है, जोकि सर्दियों में बढ़ जाती है। इस वजह से जोड़ों का दर्द बढ़ जाता है। कई बार जोड़ों के दर्द और अकड़न की वजह से चलना-फिरना तक मुश्किल हो जाता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि सर्दियों में जोड़ों का दर्द क्यों बढ़ जाता है और लाइफस्टाइल में क्या बदलाव करने से इस समस्या से राहत मिल सकती है।


सर्दियों में क्यों बढ़ता है जोड़ों का दर्द

सर्दियों में हमारा ब्रेन शरीर को यह मैसेज देता है कि जिंदा रहने के लिए शरीर के प्रमुख अंगों को गर्मी की आवश्यकता होती है। यह मैसेज मिलते हैं शरीर ब्लड फ्लो को जरूरी ऑर्गन्स की तरफ बढ़ा देता है। सर्दियों में कंपकंपी इसलिए भी लगती है, क्योंकि शरीर की मसल्स को एक्टिव करके गर्माहट बनाए रखने का प्रयास करता है।


ब्लड शरीर के कोर ऑर्गन्स में बनाए रखने के कारण ब्लड वेसल्स टाइट हो जाती है। जिससे इनमें सिकुड़न हो जाती है। इसका नुकसान यह होता है कि हाथ-पैरों में ब्लड का फ्लो कम हो जाता है। ब्लड का फ्लो कम होने की वजह से हाथ-पैरों में गर्माहट भी कम हो जाती है। साथ ही इससे जॉइंट्स का फ्लूइड गाढ़ा हो जाता है। यह कंडीशन जोड़ों में दर्द और अकड़न की वजह बनती है।


एक्सपर्ट बताते हैं कि सर्दिओं के कारण मू़ड में बदलाव भी जोड़ों के दर्द की मुख्य वजह हो सकती है। आमतौर पर लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं होती है। असल में ठंड बढ़ने से डिप्रेशन और एंग्जायटी बढ़ती है।


जोड़ों के दर्द और अकड़न से बचने के लिए आपको अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कर जोड़ों के दर्द से बचाव कर सकते हैं।


लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव

ठंड के सीधे एक्सपोजर से बचने के लिए सुबह और शाम के समय घर से बाहर न निकलें। घर से बाहर के सभी काम दिन में पूरे करने की कोशिश करें।

शरीर में गर्माहट बनाए रखने के लिए गर्म कपड़े और जूते पहनकर रखें।

बॉडी एक्टिव रखने के लिए कुछ देर इनडोर एक्सरसाइज करें।

ठंड में ज्यादातर लोगों का लिक्विड इनटेक कम हो जाता है। इसके कारण डिहाइड्रेशन हो सकता है। इससे जोड़ों में अकड़न हो सकती है और फ्लूइड कम हो सकता है। यह दर्द की वजह बनता है। इसलिए शरीर को हाइड्रेटेड रखना जरूरी है।

शारीरिक और मानसिक स्ट्रेस बढ़ने से दर्द का एहसास सामान्य से ज्यादा होता है। इसलिए स्ट्रेस मैनेजमेंट बहुत जरूरी है।

जोड़ों में दर्द की समस्या होने पर डॉक्टर सबसे पहले वजन कंट्रोल करने की सलाह देते हैं। वजन ज्यादा होने से जोड़ों पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे लक्षण गंभीर हो जाते हैं। इसलिए वेट मैनेजमेंट बहुत जरूरी है।


एंटी इंफ्लेमेटरी डाइट फॉलो करें

सर्दियों में जोड़ों के दर्द होने का एक मुख्य कारण इंफ्लेमेशन है। सर्दियों में शरीर का इम्यून रिस्पॉन्स बढ़ जाता है। जिसकी वजह से इंफ्लेमेशन बढ़ जाता है और जोड़ों का दर्द बढ़ जाता है। इस दर्द से निपटने के लिए एंटी इंफ्लेमेटरी डाइट फॉलो करना चाहिए।

आपको अपनी डाइट में सभी रंग के फल और सब्जियों को शामिल करना चाहिए।

राई, बाजरा, जई, क्विनोआ और ब्राउन राइस डाइट में शामिल कर सकते हैं।

अधिक तेल वाला भोजन करने से बचना चाहिए। आप जैतून का तेल शामिल कर सकते हैं। 

इसके साथ ही सभी तरह की दालें, चना, ब्लैक बीन्स और लाल राजमा को भी डाइट में शामिल कर सकते हैं।

साथ ही डाइट में लहसुन, हल्दी, अदरक, इलायची, काली मिर्च और दालचीनी शामिल करें।

दही, पनीर और केला आदि खाएं, क्योंकि यह गट हेल्थ के लिए फायदेमंद मानी जाती है।

प्रॉसेस्ड, अल्ट्राप्रॉसेस्ड फूड, रिफाइंड कार्ब्स और शुगर से परहेज करने से बचना चाहिए।


मौसमी फल और सब्जियां का करें सेवन

हर मौसम में शरीर को अलग-अलग तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए इन समस्याओं से निपटने के लिए मौसमी फल और सब्जियों का सेवन करना चाहिए।

सर्दियों में अमरूद, आंवला और संतरा आदि मिलते हैं और यह एंटी-इंफ्लेमेटरी होते हैं।

पत्ता गोभी, फूल गोभी, ब्रॉकली और गाजर आदि भी सर्दियों में मिलती है। इन सब्जियों में भी एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं।

अगर आप सर्दियों में अपनी डाइट में इन सब्जियों और फल का सेवन करते हैं, तो जोड़ों की दर्द और अकड़न में राहत मिल सकती है।

इसके साथ ही पर्याप्त नींद लेना चाहिए और स्मोकिंग से दूर रहें।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


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