आजकल गलत खानपान और जीवनशैली के कारण बहुत सी गंभीर बीमारियॉं आम हो गई हैं. आज के समय में ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर का प्रकार है। रिकॉर्ड्स के मुताबिक भारत में हर 8 में से 1 महिला ब्रेस्ट कैंसर का शिकार है। ब्रेस्ट कैंसर को महिलाओं की बीमारी माना जाता है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि पुरुषों को भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। पुरुषों के पास भी महिलाओं की तरह ब्रेस्ट टिश्यू होते हैं और इसलिए उन्हें भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। महिलाओं में ब्रेस्ट टिश्यू युवा अवस्था के दौरान अधिक विकसित हो जाते हैं, जबकि पुरुषों में मौजूद ब्रेस्ट टिश्यू एस्ट्रोजन हॉर्मोन की कमी के कारण आगे विकसित नहीं हो पाते हैं। हालाँकि, महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के मामले कम देखने को मिलते हैं लेकिन फिर भी कुछ सालों में इन मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है।
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के कारण
आनुवांशिक
ऑर्काइटिस, अंडकोश में सूजन
खाने-पीने की खराब आदतें
शराब या धूम्रपान का ज्यादा सेवन करना
हार्मोनल दवाइयाँ
छाती की रेडिएशन टेस्ट या थेरेपी लेना
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
छाती में गांठ बनना
ब्रेस्ट टिश्यू का आकार बढ़ना
निप्पल के नीचे या आसपास घाव या दाना होना
ब्रेस्ट की त्वचा के रंग में बदलाव होना
निप्पल के आसपास की त्वचा सख्त होना
निप्पल डिस्चार्ज
बहुत अधिक थकान लगना
खाने के प्रति अरुचि
वजन में कमी
जोड़ों और हड्डियों में दर्द
सांस की तकलीफ
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर का इलाज
यदि शुरुआती चरणों में पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों को पहचान लिया जाए तो इसका इलाज संभव है। इसके इलाज में आमतौर पर ब्रेस्ट टिश्यू में गाँठ को हटाने के लिए सर्जरी की जाती है। कुछ स्थितियों में कीमोथेरेपी व रेडिएशन थेरेपी की मदद ली जाती है।