गर्मियों में हाई टेंपरेचर कई तरह से परेशानी का सबब बन सकता है। गर्मियों में हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन जैसी कई समस्याएं होने लगती हैं। वहीं अगर इनका सही समय पर इलाज न किया जाए, तो व्यक्ति अपनी जान से भी हाथ धो बैठता है। नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने हीट वेव को लेकर गाइडलाइन्स जारी की है। मई-जून की भीषण गर्मी से हर कोई परेशान है। वहीं इस मौसम में लोगों के अपनी सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए।
भारतीय मौसम विभाग ने भी गर्मी को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। उत्तर भारत के अलावा तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, झारखंड, तमिलनाडु, कर्नाटक, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में प्रचंड गर्मी का कहर जारी है। कई जगहों पर तो तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर जा चुका है। जारी गाइडलाइन्स में बताया गया है कि इस मौसम में व्यक्ति खुद को कैसे सुरक्षित रख सकता है, क्या करना चाहिए और क्या करने से बचना चाहिए।
गर्मियों में सुरक्षित रहने के उपाय
नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की तरफ से जारी गाइडलाइंस के अनुसार, दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच घर से बाहर नहीं निकलें।
घर को ठंडा रखने के लिए कूलर व एसी का इस्तेमाल करना चाहिए। वहीं दिन में खिड़की और दरवाजों आदि पर पर्दा लगाकर रखना चाहिए।
गर्मियों में बहुत अधिक चाय-कॉफी का सेवन न करें, क्योंकि इससे भी डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है।
गर्मियों में बच्चों और पेट्स आदि को गाड़ी में छोड़ने की गलती न करें।
इस मौसम में अधिक ब्राइट व टाइट कपड़े पहनने से बचना चाहिए। गर्मियों में सूती और ढीले कपड़े पहनना चाहिए। वहीं जरूरत पड़ने पर घर से बाहर निकलें और शरीर को अच्चे से कवर कर लें। घर से बाहर निकलने के दौरान गॉगल्स, हैट, छाते आदि का इस्तेमाल करना चाहिए।
इस मौसम में बासी और हाई प्रोटीन खाना खाने से बचना चाहिए।
इस मौसम में शरीर में पानी की कमी न होने दें। क्योंकि गर्मी में शरीर से पसीना निकलता है, जिसके कारण शरीर में पानी की कमी हो सकती है और व्यक्ति डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाता है। जिससे लू और हीट स्ट्रोक का खतरा अधिक बढ़ जाता है। इसलिए गर्मियों में मौसम में जूस, नारियल पानी और पानी आदि का सेवन करते रहना चाहिए।
गर्मियों के मौसम में विटामिन सी से भरपूर फलों और करेला, खीरा, तरबूज, परवल आदि को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। इस दौरान रेड मीट और नमक का सेवन कम से कम करना चाहिए।