Health Tips: लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव कर हाई बीपी को कर सकते हैं कंट्रोल, जानिए क्यों जरूरी है जांच
- अनन्या मिश्रा
- Jul 18, 2023
स्ट्रोक और हृदय रोगों का एक मुख्य कारण हाई ब्लड प्रेशर होता है। जिन लोगों का बीपी हाई रहता हैं, उनमें नॉर्मल बीपी वाले लोगों से ज्यादा हृदय रोग का खतरा होता है। बता दें कि 120/80 mmHg या उससे कम बीपी को आमतौर पर सामान्य माना जाता है। लेकिन अगर किसी व्यक्ति का बीपी 140/90 mmHg या उससे ज्यादा होता है तो इसे हाई ब्लड प्रेशर माना जाता है। हाई बीपी कई वजह से हो सकता है। यह जेनेटिक भी हो सकता है।
अगर आपके घर में किसी सदस्य यानी की माता-पिता या दादा-दादी का हाई ब्लड प्रेशर रहता है, तो यह आपको भी हो सकता है। इसके अलावा नींद की कमी, ज्यादा तनाव होना और अनहेल्दी लाइफस्टाइल भी हाई बीपी का कारण बन सकता है। हाई बीपी को हाइपरटेंशन के तौर पर भी जाना जाता है।
बीपी की जांच क्यों जरूरी
हेल्थ एक्सपर्ट्स के माने तो अगर आप नियमित तौर पर हाई ब्लड प्रेशर की जांच कराते रहेंगे तो आपको यह जानकारी मिलती रहेगी कि आपका बीपी हाई है, या नहीं। ऐसे में अगर जांच के दौरान आपका ब्लड प्रेशर हाई निकलता है, तो आप उसे कम करने के लिए कुछ उपाय भी अपना सकते हैं। लेकिन अगर आप इसकी जांच नहीं कराते हैं, तो आपको पता ही नहीं चल पाएगा कि ब्लड प्रेशर हाई है या नहीं।
आमतौर पर देखा जाए तो हाई ब्लड प्रेशर का कोई भी लक्षण नहीं होता है। ऐसे में इसकी नियमित जांच ही ब्लड प्रेशर जानने का एक सही तरीका है। लेकिन अगर आप अपनी लाइफस्टाइल और डाइट का खास ख्याल रखते हैं, तो इसे कंट्रोल कर सकते हैं।
ऐसे कंट्रोल में रखें बीपी
हाई बीपी को कंट्रोल में रखने के लिए आप अपने डेली रूटीन में एक्सरसाइज या योग आदि को जरूर शामिल करें।
इसके अलावा अपनी डाइट में हेल्दी फैट, प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स आदि की मात्रा बढ़ाएं।
स्ट्रेस न लें, क्योंकि इससे हृदय स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।
इसके साथ ही 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी है।
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर चीजों का सेवन जरूर करें।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।