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Health Tips: ज्यादा पानी पीने से शरीर में कम होता है सोडियम का लेवल, पाचन तंत्र बिगड़ने के साथ हो सकती है ऐसी समस्या

By Healthy Nuskhe | May 01, 2023

अप्रैल में ही गर्मी ने अपना भयंकर रूप दिखाना शुरूकर दिया है। देश के कई हिस्सों में गर्मी के कारण पारा 40 डिग्री के पार चला गया है। गर्मी में लू लगने के कारण महाराष्ट्र में एक बड़ी सार्वजनिक रैली के दौरान 13 लोगों की मौत हो गई। एक्सपर्ट्स की मानें तो तेज धूप में खड़े होने के कारण लोगों की बॉडी में पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन होने से उनकी मौत हो गई।
 
हालांकि यह बात तो सभी लोगों को पता है कि गर्मी में खूब पानी पीना चाहिए। लेकिन कब, कैसे और कितना पानी पीना चाहिए, इसकी जानकारी होनी भी जरूरी है। क्योंकि गलत समय पर अधिक मात्रा में पानी पीना आपको नुकसान पहुंचा सकता है।

गर्मी में पिएं इतना पानी
डाइटीशियन डॉ. कोमल सिंह के अनुसार, शरीर के मुताबिक लोगों में अलग-अलग पानी की जरूरत हो सकती है। हालांकि गर्मी के दिनों में एक वयस्क को दिन भर में कम से कम 8 गिलास पानी यानी कि करीब 3 से 3.5 लीटर पानी पीना चाहिए।

एक बार में न पिएं इतना पानी
प्रतिदिन 3 से 3.5 लीटर पानी पीने का मतलब यह बिलकुल नहीं है कि दिन भर में आधा लीटर पानी पिएं और फिर शाम को एक बार में दो से ढाई लीटर पानी पिएं। पानी पीने के कोटे को इस तरह से पूरा नहीं करना चाहिए। शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए पूरा दिन में थोड़ा-थोड़ा करके पानी पीना चाहिए। एक बार में बहुत ज्यादा पानी न पिएं।
 
जरूरत से ज्यादा पानी पीने के सेवन से बॉडी में खून की मात्रा भी जरूरत ज्यादा हो जाती है। साथ ही किडनी पर फिल्ट्रेशन का ज्यादा दबाव होता है। अधिक पानी पीने से बॉडी का इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बिगड़ने के साथ ही शरीर में सोडियम का लेवल भी कम हो सकता है। बता दें कि सोडियम का लेवल कम होने पर आपको शरीर में दर्द और ऐंठन जैसी समस्या हो सकती है।

पानी का टेम्प्रेचर
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि अधिक प्यास लगने पर लोग फ्रिज से बोतल निकाल कर ठंडा पानी पीते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी यह आदत सेहत के लिए अच्छी नहीं है। क्योंकि जब हमारा शरीर गर्म रहता है और हम ठंडा पानी पीते हैं तो शरीर के टेम्प्रेचर में अचानक से बदलाव आएगा। जिसके कारण आप बीमार भी पड़ सकते हैं।

जठराग्नि को बुझा सकता है ठंडा पानी
आयुर्वेदाचार्य पं. अभिषेक उपाध्याय ने जानकारी देते हुए बताया कि बाहर का टेम्परेचर चाहे कम हो या ज्यादा लेकिन हमारी बॉडी का तापमान बहुत ज्यादा नहीं बदलता। ऐसे में जरूरी नहीं कि आप गर्मी के मौसम में सिर्फ ठंडी चीजों का ही सेवन करते रहें। ऐसा करने से पेट की जठराग्नि बुझ सकती है। एक नियत तापमान पर ही कई तरह के पाचन एंजाइम रिलीज होते हैं।
 
ऐसे में हर बार ठंडी पानी या कोई ठंडा ड्रिंक एंजाइम को रिलीज होने से रोक सकता है। जिसके कारण पाचन में दिक्कत हो सकती है। यही कारण है कि गर्मी के मौसम में अधिकतर लोग अपच और कै-दस्त की समस्या का शिकार होते हैं।

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