आम सबको पसन्द होता है, गर्मियों में आने वाले फल आम को फलों का राजा भी कहा जाता है। गर्मियां शुरु हुई नही की बाजार में हर जगह आम दिखाई देने लगते हैं। आम हर किसी का पसंदीदा फल है। मुश्किल है, कोई ऐसा हो जिसे आम खाना पसंद न हो। आम को देखते ही बच्चों से लेकर बड़ों के मुंह में भी पानी आने लगता है।
आम में फाइबर, विटामिन-सी, आयरन, फोलेट, विटामिन-ए, विटामिन-ई, विटामिन बी-5, विटामिन-k और विटामिन बी-6 पोटेशियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। आम के इतने सारे फायदे और पसंदीदा फल होने के बाद भी लोग इसे खाने से डरते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि आम खाने से उनका वजन बढ़ जायेगा। खासकर महिलाएं इसे खाने से डरती हैं। अगर आप भी वजन बढ़ने के डर से आम खाने से बचती हैं तो आज हम आपको करीना कपूर की डायटीशियन रुजुता दिवेकर से जानेंगे आम से जुड़े मिथ और फैक्ट।
रुजुता दिवेकर ने हाल ही में आम से संबंधित कुछ मिथकों से जुड़ी गलतफहमी दूर करने के लिए अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया। उन्होंने एक बड़ी धारणा के उलट, आम को डायबिटीज और मोटापे से परेशान लोगों की सेहत के लिए अच्छा बताया। साथ ही उन्होंने आम के फायदों के बारे में और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इसका सेवन क्यों किया जाना चाहिए, इन सबके बारे में बताया।
1. फैट बर्न करने में मददगार होता है आम
रुजुता ने अपने इंस्टाग्राम पर आम की फोटो शेयर करते हुए फोटो पर कैप्शन लिखा, ''यह फल डाइजेशन और ब्लड लिपिड लेवल को रेगुलेट करने में सहायता करता है। आम में मौजूद कई तरह के विटामिन, मिनरल और एंजाइमों में हार्ट डिसीज के जोखिम को कम करने की क्षमता होती है।'' वैसे तो माना जाता है कि आम खाने से वजन बढ़ता है, लेकिन रुजुता ने इसे आम धारणा के विपरीत कहा, ''आम में विटामिन-बी होता है, जो बॉडी में रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे फैट बर्न करने में मदद मिलती है।''
रुजुता द्वारा शेयर की गई फोटो पर यह भी लिखा है, ''आम में मौजूद फेनोलिक नामक तत्व मोटापे जैसी क्रोनिक बीमारियों को रोकने में शरीर की मदद करता है। उन्होंने लोगों को सुपर फल आम खाने के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास किया।''
2. डायबिटीज में कर सकते है आम का सेवन
हम सब ऐसा मानते हैं कि डायबिटीज के रोगियों को आम नहीं खाना चाहिए। रुजुता दिवेकर ने इस फेमस कहावत पर भी विशेष ध्यान दिया और उन्होंने पोस्ट के माध्यम से कहा, ''ऐसा कहना फैक्ट के रूप से गलत है, क्योंकि आम में पाए जाने वाले मैंगिफ़ेरा नामक तत्व में चिकित्सीय गुण होते हैं और इसलिए इसका उपयोग डायबिटीज और हार्ट डिजीज जैसी बीमारियों के उपचार में किया जाता है।'' इसके अलावा रुजुता ने फोटो के कैप्शन में आम से जुड़े मिथ और फैक्ट के बारे में भी बताया।
3. आम से जुड़े मिथक
यह चीनी और कैलोरी से भरपूर होता है।
आम में ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत ज्यादा होता है।
डायबिटीज और मोटापे से ग्रस्त लोगों को इसे खाने से बचना चाहिए।
4. कच्चे आम के 5 बड़े फायदे जानें सेहत के लिए आम से जुड़ी सच्चाई
आम का स्वाद बहुत अच्छा है, और यह पोषक तत्वों का भंडार है। आम में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। आम केवल सुरक्षित ही नहीं है बल्कि पोषक तत्वों से भरपूर होने की वजह से डायबिटीज और मोटापे से परेशान लोग भी इसे खा सकते हैं। इसमें फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट्स मात्रा अत्यधिक होती हैं। इसलिए आम खाओ और खाने दो क्योंकि आम फलों का राजा है, रोजाना एक आम खाने से डर दूर भागता है। इसलिए आम से जुड़े मिथों पर ध्यान ना दें।