नट्स यानी सूखे मेवों को सुपरफूड्स कहा जाता है। क्योंकि इनमें तमाम पोषक तत्व पाए जाते हैं। बादाम, काजू, पिस्ता, किशमिश, अखरोट और अंजीर आदि में प्रोटीन, मिनर, मैग्नेशियम, विटामिन, कॉपर, फॉलिक ऐसिड, बी-कॉम्प्लेक्स, जिंक आदि पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। लेकिन इससे भी ज्यादा सफेद मेवे सबसे ज्यादा फायदेमंद होते हैं। आम भाषा में इसको चिलगोजा कहा जाता है।
हालांकि काजू-बादाम की तरह यह हर घर में नहीं पाया जाता है, क्योंकि यह बहुत महंगा होता है। यह मेवा एक फल का बीज होता है, जो भूरे रंग का होता है। यह बीज सफेद रंग के लंबे आकार के होते हैं। आप भूनकर, स्मूदी या फिर सैलेड में डालकर इसका सेवन कर सकते हैं। इनका सेवन करने से मोटापा, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल आदि की बीमारी नहीं होती है। साथ ही यह हमारे दिमाग को भी मजबूत बनाने के काम करता है। तो आइए जानते हैं इस मेवे का इस्तेमाल कितना फायदेमंद होता है।
वेट लॉस में फायदेमंद
पाइन नट्स में पाए जाने वाले फैटी एसिड वेट मैनेज के लिए अच्छा माना जाता है। इसमें फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स पाए जाते हैं, जो हमारे पेट को लंबे समय तक भरा रखते हैं। हालांकि नट्स में हाई कैलोरी पाई जाती है, लेकिन इसका सेवन करने से वेट नहीं बढ़ता है।
बढ़ाता है ब्रेन की ताकत
पाइन नट्स ने ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो दिमाग को तेज करता है। साथ ही यह डिमेंशिया और अवसादग्रस्त लक्षणों के जोखिम को भी कम करने में सहायक होता है। पाइन नट्स में 31.4 मिलीग्राम ओमेगा 3 पाया जाता है। महिलाओं को रोजाना 1.1 ग्राम और पुरुषों को 1.6 ग्राम ओमेगा-3 का सेवन करना चाहिए।
ब्लड शुगर लेवल में सुधार
एक स्टडी की मानें, तो सफेद मेवे का सेवन करने से शुगर लेवल में गिरावट आती है। अगर आप कार्ब युक्त भोजन छोड़कर असंतृप्त वसा जैसे कि पाइन नट्स का सेवन करते हैं, तो यह ब्लड शुगर लेवल पर अच्छा प्रभाव दिखेगा। वहीं रोजाना 28 ग्राम पाइन नट्स का सेवन करने से 109% मैंगनीज प्रदान करता है। जो डायबिटीज के खतरे को कम करता है।