बच्चों में मैग्नीशियम की कमी के क्या हो सकते हैं संकेत, जानिए कौन से आहार करें बच्चें की डाइट में शामिल

  • पल्लवी धीमान
  • Nov 10, 2022

बच्चों में मैग्नीशियम की कमी के क्या हो सकते हैं संकेत, जानिए कौन से आहार करें बच्चें की डाइट में शामिल

मैग्नीशियम (Magnesium) एक आवश्यक प्रकार का खनिज माना जाता है जो कि आपके शरीर को भोजन या पूरक आहार से प्राप्त करने होता है। यह शरीर में होने वाली विभिन्न रासायनिक प्रतिक्रियाओं में शामिल है। यह कोशिकाओं को बच्चों द्वारा खाए जाने वाले कार्ब्स से ऊर्जा का उपयोग करने की अनुमति देने में भी सहायक होता है और इसके साथ ही साथ अन्य विटामिन और खनिजों को अपना काम करने में मदद करता है।


जानिए क्यों ज़रूरी है यह बच्चों के लिए

मैग्नीशियम (Magnesium) और कैल्शियम यह सुनिश्चित करने के लिए एक साथ काम करते हैं कि आपकी मांसपेशियां ठीक से काम कर पा रही है या नहीं मैग्नीशियम मांसपेशियों को ठीक से आराम करने में मदद करता है। वहीं मैग्नीशियम आपके बच्चे की हड्डियों को अच्छा और मजबूत रखने में मदद करने के लिए विटामिन डी और कैल्शियम की सक्रियता में भी मदद करता है। साथ ही बच्चों में यह दिल की धड़कन को ठीक से रखने, दांतों की सड़न को रोकने और तनाव में होने पर प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करने के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण तत्व है। 


जानिए बच्चों में मैगनीशियम की कमी के लक्षण 


खराब नींद और कब्ज:- मैग्नीशियम की कमी के दो सबसे आम लक्षण खराब नींद और कब्ज हैं, और बच्चों के स्वास्थ्य की बात करें तो ये माता-पिता की दो सबसे आम चिंताएं हैं। व्यक्तिगत रूप से, जब हम इन दो लक्षणों को देखते हैं तो हमें तुरंत मैग्नीशियम (Magnesium) की कमी का संदेह होना चाहिए।


आहार में कमी:- बच्चा अगर ठीक से आहार नहीं ग्रहण कर रहा है तो यह भी चिंता का विषय हो सकता है जिसे अक्सर मैग्नीशियम की कमी से जोड़ा जा सकता है। अक्सर, इन लक्षणों को सामान्य माना जाता है, जिसमें बढ़ते दर्द और ऐंठन, अनिश्चित ऊर्जा, मनोदशा, सिरदर्द, अनिद्रा और बार-बार जागना शामिल है। तथ्य यह भी है कि बहुत से बच्चे मैग्नीशियम (Magnesium) युक्त आहार नहीं खा रहे हैं।


माइग्रेन और अस्थमा जैसे संकेत:- एक साधारण मैग्नीशियम की कमी कभी-कभी अधिक गंभीर स्थिति की तरह लग सकती है, या मौजूदा स्थिति को भी बढ़ा सकती है, जैसे कि माइग्रेन, एडीडी, एडीएचडी, ऑटिज्म और अस्थमा यह संकेत होने पर अपने बच्चे को डॉक्टर पर जरूर लेकर जाएं।


धातुओं की कमी:- कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि एल्यूमीनियम, पारा, सीसा, कैडमियम, बेरिलियम और निकल सहित भारी धातुएं डीएनए सहित कोशिकाओं की रक्षा करने में भूमिका निभाती है अगर इन सभी धातुओं की शरीर में कमी होती है तो यह भी मैग्नीशियम की कमी के संकेत हो सकते हैं। वहीं निश्चित रूप से, कम ऊर्जा और खराब एकाग्रता बच्चों के लिए अपर्याप्त मैग्नीशियम से जुड़ी हो सकती है।


बच्चों में तनाव:- तनाव में बच्चे मैग्नीशियम की कमी के अधिक लक्षण प्रदर्शित कर सकते हैं क्योंकि तनाव प्रतिक्रिया से निपटने के लिए शरीर मैग्नीशियम का उपयोग करता है। इसलिए एक बच्चे में मैग्नीशियम की कमी के लक्षणों की अचानक शुरुआत देखना असामान्य नहीं है। मान लीजिए आपका बच्चा भरपूर आहार ले रहा है लेकिन वह तनाव में है तो यह भी मैग्नीशियम की कमी के लक्षण हो सकते है।


बच्चों में मैग्नीशियम की कमी को किस तरह किया जाए पूरा


बच्चों में मैग्नीशियम (Magnesium) की कमी होने पर डॉक्टरों से कुछ बेसिक टेस्ट करवाना जरूरी माना जाता है। इसके साथ ही बच्चों की डाइट में कुछ अतिरिक्त चीजों को शामिल करने की सलाह दी जाती है। बच्चों में मैग्नीशियम की कमी को पूरा करने के लिए आपको निम्नलिखित चीजों को डाइट में शामिल करना चाहिए


हरी सब्जियां:- बच्चों में मैग्नीशियम (Magnesium) की कमी को दूर करने का एक बेहतर उपाय उन्हें हरे पत्तेदार सब्ज़ियाँ देना है जो कहीं ना कहीं उनके शरीर को ताकत देने में पूरी मदद करती है और साथ ही बच्चे में कैल्शियम की कमी को भी पूरा करती है। इसके साथ ही आप अपने बच्चों को ब्रोकली फलियां, बीन्स, मटर आदि जैसी सब्ज़ियां देकर भी इस कमी को पूरा कर सकते हैं। इनमें लोहे की भरपूर मात्रा मौजूद होता है।


अनाज:- अनाज में रोटी और दलिया से आप अपने बच्चे में मैग्नीशियम की कमी को काफी हद तक पूरा कर सकती हैं। अगर आपके बच्चे के शरीर को संपूर्ण तरीके से अनाज प्राप्त हो रहा है तो घबराने की कोई बात नही है। इनमें अधिक मात्रा में प्रोटीन, वसा, लिपिड, विटामिन और एंजाइम होते हैं, जो स्वास्थ्य को समृद्ध करने में मदद करते हैं।


चावल:- चावल भी बाज़ार में कईं किस्म के होते हैं जैसे सफेद और भूरे रंग के चावल तो अपने बच्चें को चावल का आहार देकर उसमें मैग्नीशियम की कमी को पूरा कर सकते हैं। वहीं इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट शरीर को इंस्टेंट एनर्जी प्रोवाइड करते हैं।


डेयरी उत्पाद:- डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दहीं, पनीर भी शरीर में मैग्नीशियम की कमी को पूरा करने में बहुत अहम रोल निभाते हैं।


ड्राई फ़्रूटस:- काजू, बादाम, पिस्ता, अखरोट, मूँगफली शरीर की ऊर्जा के लिए एक अच्छा स्रोत हैं। जिससे बच्चों के शरीर में मैग्नीशियम की कमी को भी पूरा किया जा सकता हैं। क्योकि ड्राई फ्रूट्स में बहुत से Nutrients शामिल होते हैँ।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


Tags
magnesium deficiency, symptoms of magnesium deficiency in children, magnesium, magnesium deficiency symptoms, magnesium deficiency signs, magnesium rich foods, magnesium deficiency disease, बच्चों में मैग्नीशियम की कमी, मैग्नीशियम, मैग्नीशियम डायट, health tips, health tips in hindi, हेल्थ टिप्स, हेल्थ टिप्स इन हिन्दी, मैग्नीशियम की कमी, magnesium source, Children Health

Related Posts