कॉर्न को अधिकतर लोग खाना पसंद करते हैं। कभी इसे सब्जी के रूप में खाया जाता है तो कभी स्नैक्स की तरह। आप चाहे इसे किसी भी रूप में खाएं, यह सेहत को लाभ ही पहुंचाता है। कॉर्न सिर्फ स्वाद से ही भरपूर नहीं होता, बल्कि सेहत का खजाना भी इसमें छिपा होता है। इसमें फाइबर के साथ−साथ कई तरह के विटामिन्स, मिनरल्स व एंटी−ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। अगर आप इसे अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो आपको कई तरह के लाभ होते हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में−
पोषक तत्व
कॉर्न में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। खासतौर से, इसमें विटामिन ए, बी, ई, डायटरी फाइबर व कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो शरीर के लिए बेहद आवश्यक है।
बढ़ाए ऊर्जा का स्तर
कॉर्न में काम्पलैक्स कार्बोहाइड्रेट होता है जो धीमी गति से पचता है और लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करता है। इसलिए अगर आप अपने शरीर को ऊर्जावान बनाए रखना चाहते हैं तो कॉर्न को अपनी डाइट का हिस्सा अवश्य बनाएं।
बढ़ाए वजन
अगर आप अंडरवेट हैं और हेल्दी तरीके से अपना वजन बढ़ाना चाहते हैं तो कॉर्न से बेहतर आपको शायद ही कोई दूसरा ऑप्शन मिले। 100 ग्राम येलो व व्हाइट कॉर्न से आपको 365 कैलोरी प्राप्त होती है। इसमें कैलोरी की उच्च मात्रा होने के कारण वजन काफी जल्दी बढ़ता है। कॉर्न का सेवन हेल्दी कैलोरी के साथ−साथ आपको विटामिन व फाइबर भी प्राप्त होता है।
कम करें कोलेस्ट्रॉल
कॉर्न रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है, कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को कम करता है और इंसुलिन को नियंत्रित करता है, जिससे यह मधुमेह और कोलेस्ट्रॉल के रोगियों के लिए काफी अच्छा माना जाता है। वहीं, फाइबर उच्च मात्रा में होने के कारण भी कॉर्न मधुमेह रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर को कम करके शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है।
गर्भावस्था में लाभकारी
गर्भावस्था के दौरान कॉर्न का सेवन मां और गर्भस्थ शिशु दोनों के लिए लाभकारी होता है। कॉर्न फोलिक एसिड में समृद्ध होता है। साथ ही इसमें जेक्सैन्थिन और रोगजनक एसिड होता है जो बच्चे में जन्म दोषों के जोखिम को कम करता है। यह बच्चे को मांसपेशियों के विकृति और शारीरिक समस्याओं से बचा सकता है। वहीं उच्च फाइबर होने के कारण, यह स्त्री में गर्भावस्था के दौरान कब्ज की समस्या को भी दूर करता है।
मिताली जैन