आज के युग में खराब खानपान और रहन-सहन की वजह से पथरी होना आम बात हो गई है। पथरी दो तरह की होती है गुर्दे की पथरी और पित्ताशय की पथरी। गुर्दे की पथरी आमतौर पर दवाई वगैरा लेने से पेशाब के साथ निकल जाति हैं लेकिन पित्ताशय की पथरी अगर एक बार हो जाए तो पूरी उम्र आपके साथ रहती हैं। पित्ताशय की पथरी को निकालने का ऑपरेशन के अलावा और कोई माध्यम नहीं है। दोनों ही पथरियों में पेट में बहुत तेज असहनीय दर्द होता है। शुरुआत में यह दर्द हल्का होता है क्योंकि आम पेट दर्द की तरह लगता है और हम सोचने लग जाते हैं कि पेट में गैस बनने के कारण हमें यह दर्द हो रहा है लेकिन धीरे-धीरे यही पेट दर्द असहनीय हो जाता है जोकि बहुत बढ़ जाता है।हम पथरी का पता लगने के बाद भी डॉक्टर से दवाई तो ले लेते हैं ऑपरेशन भी करवा लेते हैं परंतु खानपान में बदलाव नहीं करते है जिसके कारण दोबारा भी पथरी होने की आशंका रहती है इसलिए खानपान में बदलाव करना जरूरी है।
पित्ताशय में पथरी के लक्षण -
इसमें आपके पेट के बीच के हिस्से में बहुत दर्द होता है और दर्द लगातार बढ़ता रहेगा जोकि इंजेक्शन लगने के बाद ही आराम मिलता है। आपको दर्द के कारण उल्टी होगी और बुखार भी आ सकता है। इसके अलावा आपके मल-मूत्र का रंग भी बदल जाता है।
तो ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं कि पित्त की थैली में पथरी होने पर कैसी चीजें खाने से परहेज करें
1.तली हुई चीजों से बिल्कुल परहेज - हमारे पित्त की थैली खाने को पचाने में सहायता करती है इसलिए अगर आपको पित्त की थैली में पथरी है तो तली हुई चीजों का सेवन बंद कर दें क्योंकि इनमें हाइड्रोजनीकृत वसा, ट्रांस वसा और सेचुरेटेड वसा होती है जो आपके पित्त के दर्द को बढ़ा देती है।
2.पैकिट बंद चीजों से बचें - पैकिट बंद चीजें आजकल लोग ज्यादा खा रहे हैं। लेकिन हम यह नहीं सोचते कि पैकेट बंद चीजें हमारे शरीर के लिए कितनी खतरनाक साबित हो सकती हैं। पैकिट बंद चीजों में ट्रांस फैटी एसिड आमतौर पर पाया जाता है जो कि पित्त की पथरी को बढ़ाने में मदद करता है।
3.अंडों से परहेज - शरीर में अधिक मात्रा में कोलेस्ट्रॉल होने के कारण पित्त की थैली में पथरी हो जाती है और अंडों में अत्यधिक मात्रा में कोलेस्ट्रोल पाया जाता है इसलिए अगर आपको पथरी है तो अंडे से साफ परहेज किया जाना चाहिए।
4.मीट का सेवन - अगर आपको पित्त की थैली में पथरी है तो आपको नॉनवेज मांसाहारी चीजों से बिल्कुल परहेज करना चाहिए क्योंकि मांसाहारी चीजों में कोलेस्ट्रोल और वसा दोनों ही चीजें भरपूर मात्रा में पाई जाती हैं और यह चीजें आपके शरीर के लिए एक जहर की तरह काम करती हैं क्योंकि यह पित्त की थैली की पथरी को तो बढ़ाती ही है साथ में असहनीय दर्द का कारण भी बनती है।
5.इन चीजों से भी करें परहेज - वसा और शक्कर की अधिक मात्रा से युक्त पदार्थों को खाने की मात्रा कम करें। पशुजन्य उत्पादों जैसे मक्खन, घी, पनीर, मांस, केक, बिस्कुट और पेस्ट्री आदि में पाई जाने वाली संतृप्त वसा को कम प्रयोग में लें।