नवरात्रि शुरू होने में अब कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं। नवरात्रि में लोग नौ दिनों तक माँ दुर्गा की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं। क्या आप जानते हैं कि नवरात्रि व्रत रखने के पीछे धार्मिक कारण तो हैं ही लेकिन इसके साथ-साथ व्रत इसके पीछे कुछ वैज्ञानिक कारण भी जुड़े हुए हैं। जहाँ शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि नवरात्रि में माँ दुर्गा धरती पर आती हैं इसलिए इन नौ दिनों में माता को प्रसन्न करने के लिए भक्त व्रत-उपवास करते हैं। वहीं, डॉक्टर्स के अनुसार नवरात्रि ऐसे मौसम में पड़ती है जब मौसम बदल रहा होता है। चैत्र नवरात्रि मार्च-अप्रैल महीने में पड़ती है और शारदीय नवरात्र सितंबर-अक्टूबर महीने में शुरू होते हैं। ये दोनों ही महीने ऐसे होते हैं जब मौसम बदलता है। डॉक्टरों का मानना है कि बदलते मौसम में हमारे शरीर की इम्युनिटी यानि प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है जिससे हम जल्दी संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। बदलते मौसम में सर्दी-खाँसी, जुखाम और बुखार होने की संभावना ज्यादा होती है इसलिए इस मौसम में नवरात्रि व्रत रखने से एक फायदा यह भी होता है कि हम इन सभी परेशानियों से बचे रहते हैं।
डॉक्टर्स के मुताबिक नवरात्रि व्रत में हमें ऐसा ज़्यादा तेल-मसाले वाला भोजन नहीं खाना चाहिए और हल्का भोजन करना चाहिए। अक्सर लोग व्रत तो रख लेते हैं लेकिन दिनभर कुछ ना कुछ तला-भुना खाते रहते हैं। नवरात्रि व्रत में लोग कुट्टू के आते की पूड़ी, आलू की सब्जी, पकौड़े, टिक्की आदि खाते हैं जिससे पेट ख़राब हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक व्रत में ज्यादा पौष्टिक आहार लेना चाहिए जिससे आपको व्रत रखने के लिए एनर्जी मिले। वहीं, बदलते मौसम में आपको ज्यादा तेल-मसाले और ठंडी चीज़ें खाने से परहेज करना चाहिए। अगर आप बदलते मौसम में अपने खान-पान का ध्यान नहीं रखेंगे तो बीमार पड़ सकते हैं।
नवरात्रि व्रत में हल्का और पौष्टिक आहार लें। अपने खाने में प्रोटीन, कार्बोहायड्रेट और फैट की सही मात्रा शामिल करें जिससे आपको व्रत रखने के लिए पर्याप्त ऊर्जा मिलती रहे। कुछ लोग व्रत में कुछ नहीं खाते हैं, यह भी गलत है। अगर आप ठीक तरह से खाना नहीं खाएंगे तो आपके शरीर को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाएगा और आपको कमजोरी हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि आप पर्याप्त मात्रा में फलाहार करें और पानी पिएँ। व्रत में भरपूर मात्रा में पानी और तरह पदार्थों का सेवन करें जिससे आपके शरीर में पानी की कमी ना हो। इसके अलावा आप व्रत में फल, जूस, दूध-दही, पनीर, ड्राई फ्रूट्स आदि का सेवन करें जिससे आपके शरीर को पोषण मिलता रहे। बस इस बात का ध्यान रखें कि पौष्टिक और सही मात्रा में आहार लें।