पत्ता गोभी खाने से दिमाग को होता है नुकसान? जानें क्या है एक्सपर्ट्स की राय
- प्रिया मिश्रा
- Nov 18, 2021
हमारे स्वास्थ्य के लिए पत्ता गोभी बहुत फायदेमंद होती है। इसके सेवन से पाचन संबंधी समस्याएं नहीं होती हैं। पत्ता गोभी का इस्तेमाल सब्जी, नूल्डस, मोमोज, सलाद, स्प्रिंग रोल आदि में किया होता है। इसमें भरपूर मात्रा में सल्फोराफेन और एंटी- ऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जो इम्युनिटी को बूस्ट करने में मददगार हैं। हालाँकि, इस सब्जी को लेकर भ्रांति फैली हुई है कि इसके सेवन से दिमाग को नुकसान पहुँचता है।
एक मीडिया वेबसाइट के हवाले से एमजीएम मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की डायटीशियन अनु सिन्हा का कहना है कि पत्ता गोभी में टेपवर्म यानी फीताकृमि मौजूद होता है जो व्यक्ति के दिमाग को नुकसान पहुंचा सकता है। उनके अनुसार, पत्ता गोभी में टेपवर्म यानी फीताकृमि मौजूद पाए जाते हैं, जो कि खाने के बाद दिमाग तक पहुंचते हैं। ये कीड़े मानव शरीर की आंतों की म्यूकोसा को पार कर मुख्य रक्त धारा में पहुंच जाते हैं। इसके बाद शरीर में मौजूद ब्लड ब्रेन बैरियर को ब्रेक करते हुए दिमाग तक पहुंचते हैं। इससे हमारे दिमाग में सूजन आ सकती है जिससे सिरदर्द और ब्रेन फोग जैसी सिचुएशन भी आ सकती है।
पत्ता गोभी खाने से टेपवर्म नहीं होता
हालाँकि, इस बारे में डायटीशियन- न्यूट्रिशनिस्ट कविता देवगन का कहना है कि पत्ता गोभी खाने से टेपवर्म नहीं होता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि पत्ता गोभी के पत्तों के अंदर टेपवर्म छिपे हो सकते हैं। ऐसे में संक्रमण को रोकने के लिए पत्ता गोभी को पकाने से पहले इसे अच्छी तरह से धोना बहुत जरूरी है। एक्सपर्ट का कहना है कि इसे गर्म पानी से दें या 5 मिनट तक नमक वाले पानी में उबाल लें। ऐसा करने से इसके अंदर के कीटाणु मर जाते हैं और आपकी सेहत को नुकसान नहीं होता।
खाने से पहले सब्जियां और हाथ धोना जरुरी
पीजीआई में एक न्यूरोलॉजी सम्मेलन में दयानंद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, लुधियाना के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ गगनदीप सिंह ने इस बात को एक मिथक करार देते हुए बेबुनियाद करार दिया था। डॉ गगनदीप के मुताबिक यह झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा फैलाया गया एक मिथक है। हालाँकि, उन्होंने कहा कि खाने से पहले सब्जियां और हाथ जरूर धोना चाहिए।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।