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क्या कोरोना वायरस से लड़ने में मदद करता है नारियल का तेल?

By Healthy Nuskhe | Jul 30, 2020

कोरोना वैश्विक महामारी ने पूरे विश्व को अपनी गिरफ्त में ले रखा है, भारत में यह वायरस अब अपना कहर बरसा रहा है। कुछ ही दिनों में इस वायरस ने भारत को कोरोना संक्रमण सूची में दसवें से उठाकर सीधे तीसरे पायदान पर लाकर खड़ा कर दिया है। भारत में कोरोना रोज एक नया रिकॉर्ड बना रहा हैं। 

इस वायरस से लड़ने और इसको मात देने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है और अभी भी इसकी वैक्सीन बनाने का काम भारत समेत दुनियाभर में चल रहा हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत और कई देशों ने इस वायरस की वैक्सीन बना ली है, जिनका ह्यूमन ट्रायल अभी जारी हैं। ऐसे में नारियल तेल और इसके ‘स्वास्थ्य लाभ’ COVID -19 महामारी की पृष्ठभूमि में एक बार फिर से चिकित्सा बहस के केंद्र में हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक खबर के मुताबिक भारत के प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नलों में से एक, JAPI (जर्नल ऑफ़ एसोसिएशन ऑफ़ फिजिशियन) ने अपनी जुलाई संस्करण में नारियल तेल पर एक समीक्षा की है, जिसमें इसके 'इम्यूनोमॉड्यूलेशन लाभ' और 'रोगाणुओं के खिलाफ कार्य करने की क्षमता' पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

समीक्षा के मुख्य लेखकों में से एक डॉ शशांक जोशी, जो इंडियन कॉलेज ऑफ़ फिजिशियन के डीन हैं और कोरोना के खिलाफ केरल राज्य सरकार की टास्क फोर्स के सदस्य हैं, उन्होंने TOI  को बताया कि नारियल तेल में लॉरिक एसिड, सैचुरेटेड फैटी एसिड होता है, जिसे शरीर द्वारा आसानी से संश्लेषित किया जा सकता है।" भारतीय बहुत सारे सैचुरेटेड फैटी एसिड का सेवन करते हैं, विशेष रूप से घी, जो शरीर के चयापचय के लिए आवश्यक वसा का सही स्रोत हैं।"

नारियल तेल को आयुर्वेदिक औषधि के रूप में 4,000 वर्षों से मान्यता प्राप्त है। जब इसका सेवन किया जाता है या जब शरीर पर लगाया जाता है, तो यह लॉरिक एसिड छोड़ता है, जो बदले में मोनोलॉरिन बनाता है जो बैक्टीरिया, वायरस और फंगी जैसे रोगजनकों को मार सकता है। 

डॉ जोशी ने आगे कहा कि कहा कि "इस समीक्षा का संचालन करने का मुख्य कारण कोरना के खिलाफ नहीं था, यह एक तथ्य है कि बहुत सारे नारियल तेल का उपभोग करने वाले केरलवासी, COVID-19 को अच्छी तरह से लड़ने में कामयाब रहे हैं।" उन्होंने कहा, पिछले कुछ वर्षों में अमेरिका में अपनी उपचारात्मक शक्तियों में विश्वास के कारण नारियल तेल के उपयोग में वृद्धि हुई है।

हालांकि सभी डॉक्टर इससे आश्वस्त नहीं हैं। एक सार्वजनिक अस्पताल से जुड़े एक डॉक्टर ने कहा कि यह कहने का कोई आधार नहीं है कि नारियल तेल COVID-19 जैसे संक्रमणों से बचा सकता है। 

“यह ज्ञात है कि इसमें रोगाणुरोधी गुणों वाले यौगिक शामिल हैं।डॉक्टर ने कहा, "इसमें Zinc भी है जो प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए कोरोना रोगियों को दिया जा रहा है। लेकिन हम नहीं जानते हैं कि मानव शरीर नारियल के तेल से इन सभी रसायनों को कुशलता से अवशोषित करने में सक्षम है या नहीं।"

दिल्ली स्थित एंडोक्रिनोलॉजिस्ट विभाग के डॉ.अनूप मिश्रा ने भी कहा, "मुझे खुशी होगी अगर नारियल का तेल मनुष्यों में प्रतिरक्षा बढ़ाने के लिए कारगर साबित होता है, लेकिन वर्तमान सीमित डेटा मुझे इतना आत्मविश्वास नहीं देते हैं। उन्होंने कहा कि मछली के तेल में महत्वपूर्ण प्रतिरक्षा-नियामक गुण पाए जाते हैं। लेकिन इसका अभी कोरोना रोगियों में परीक्षण किया जाना बाकी है।"
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