Health Benefits: कीटो फ्रेंडली ऑयल्स का सेवन करने से आसानी से कम होगा वजन, यहां जानिए
- अनन्या मिश्रा
- Nov 02, 2024
हेल्दी और फिट रहने के लिए हम सभी कई तरह की डाइट फॉलो करते हैं। तो वहीं कुछ ऐसी डाइट हैं, जो दुनियाभर में काफी पॉपुलर है। इन्हीं में से एक कीटो डाइट भी है। जिसको वजन कम करने के लिए काफी अच्छा माना जाता है। यह एक हाई फैट डाइट है, जिसमें कार्ब्स का कम से कम सेवन किया जाता है। वहीं जब भी बात फैट की होती है, तो उसमें सबसे पहले ऑयल्स का नाम दिमाग आता है। वहीं कीटो डाइट फॉलो करते हुए हम ऑयल को अपनी डाइट का हिस्सा बनाते हैं। लेकिन डाइट का सही लाभ लेने के लिए आपको सही ऑयल का चयन करना बेहद जरूरी है।
बता दें कि ऐसे कई ऑयल्स हैं, जिसको कीटो फ्रेंडली माना जाता है और इसको आप आसानी से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको कुछ ऐसे ही कीटो-फ्रेंडली ऑयल्स के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसको आप आसानी से अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल
कीटो डाइट फॉलो करने के दौरान आप एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का भी सेवन कर सकते हैं। यह ऑयल ओलिक एसिड से भरपूर होता है, जो एक मोनोअनसैचुरेटेड फैट है। यह ऑयल हार्ट फ्रेंडली है और इंफेक्शन को कम करने में सहायक होता है। एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में पॉलीफेनॉल्स होते हैं और एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं। यह आपकी ओवर ऑल हेल्थ का ख्याल रखते हैं। यह एक प्योर फैट सोर्स है, जो आपको एनर्जी देता है। इसलिए एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल कीटो डाइट के लिए एकदम सही माना जाता है।
एवोकाडो तेल
इसके साथ ही आप एवोकाडो तेल का इस्तेमाल कीटो डाइट फॉलो करते हुए कर सकते हैं। क्योंकि यह कार्बोहाइड्रेट-मुक्त होता है। ऐसे में कीटो डाइट के लिए यह तेल एकदम सही होता है। एवोकाडो तेल भी ऑलिव ऑयल की तरह हार्ट फ्रेंडली मोनोअनसैचुरेटेड फैट में समृद्ध होता है। इसमें विटामिन ई और अन्य एंटी-ऑक्सीडेंट भी पाया जाता है, जो स्किन हेल्थ के लिए अच्छा होता है। एवोकाडो तेल का उपयोग करने का एक फायदा यह भी है कि इसका स्मोक पॉइंट अधिक होता है। इसका उपयोग आप ग्रिलिंग, तलने और भूनने के लिए भी कर सकते हैं।
नारियल तेल
बता दें कि नारियल तेल कई तरह के गुणों से भरपूत होता है। ऐसे में कीटो डाइट फॉलो करने के दौरान इसका सेवन कर सकते हैं। क्योंकि इस तेल में मीडियम-चेन ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा अधिक होती है, जो तेजी से अवशोषित होने के साथ कीटोन्स के बदल जाते हैं। इससे आपको लगातार एनर्जी मिलती है और यह कीटोसिस को भी बनाए रखने में सहायक होता है। नारियल तेल में मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में मददगार होता है। इस तरह से कीटो डाइट को फॉलो करते हुए वेट कम करना आसान हो जाता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।