घी खाना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जो हमारी सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है। घी खाने से शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है, पाचन क्रिया मजबूत बनती है और यह गठिया के रोग में भी फायदेमंद होता है। लेकिन आजकल बाजार में मिलने वाले घी में मिलावट की जा रही है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। आजकल बाजार में असली घी के नाम पर नकली मिलावटी घी बेचा जा रहा है। नकली घी के सेवन से बीपी, हार्टअटैक, किडनी फेलियर और कैंसर जैसी घातक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन घबराइए मत, आप घर पर ही नकली घी की पहचान कर सकते हैं। आज के इस लेख में हम आपको नकली घी की पहचान करने के तरीके बताने जा रहे हैं। इसके साथ ही हम आपको शुद्ध घी खाने के फायदे और नकली घी से होने वाले स्वास्थ्य नुकसानों के बारे में भी बताएंगे -
कैसे करें नकली घी की पहचान
नकली घी की पहचान करने के लिए अपने हाथों की उल्टी तरफ घी लगाकर हाथों को आपस में रगड़ें। अगर घी में दाने निकल आएं तो समझ जाइए कि यह नकली घी है।
एक चम्मच में घी लें और इसमें चार-पांच बूंदें आयोडीन की मिलाएं। अगर घी का रंग नीला हो जाए तो समझ लीजिए कि घी के अंदर उबले आलू की मिलावट है।
एक चम्मच में घी लेकर इसमें एक चम्मच हाइड्रोक्लोरिक एसिड और एक चुटकी चीनी मिलाएं। अगर घी का रंग लाल हो जाए तो समझ जाइए कि इसमें डालडा की मिलावट की गई है।
नकली घी की एक पहचान यह है कि इसमें से कुछ दिन बाद खुशबू आना बंद हो जाती है। अपने हाथों में थोड़ा सा घी हाथों में रगड़ें और इसे करीब 15 मिनट बाद सूंघकर देखें। अगर घी से खुशबू आनी बंद हो जाए तो इसका मतलब यह है कि यह मिलावटी घी है।
नकली घी के नुकसान हैं -
नकली घी खाने से दिल के बीमारी होने का खतरा अधिक रहता है। नकली घी खाने से हाई बीपी और हार्टअटैक जैसी घातक बीमारियों हो सकती हैं।
आजकल बाजार में मुनाफाखोरी के लिए घी में हड्डियों का चूरा मिलाया जा रहा है, जो शरीर के लिए जानलेवा है। इससे स्ट्रोक और लिवर खराब होने का खतरा बढ़ जाता है।
लंबे समय तक मिलावटी घी खाने से कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण भी बन सकता है। इसके साथ ही यह किडनी के लिए भी खतरनाक होता है।
आजकल बाजार में मिलने वाले घी में बड़ी मात्रा में लेड मिलाया जा रहा है। इसके कारण एनीमिया और ब्रेन से संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं।
प्रेगनेंसी में मिलावटी घी खाने से गर्भपात होने का खतरा बना रहता है। इसलिए प्रेगनेंट महिलाओं को हमेशा घर पर ही बनाया हुआ घी ही खाना चाहिए।
घी खाने के फायदे
पाचन क्रिया मजबूत बनाए
शुद्ध देसी घी खाने से पाचन क्रिया मजबूत बनती है। इससे आंतों की कोशिकाओं को पोषण मिलता है और सूजन भी कम होती है।
गठिया में फायदेमंद
गठिया और हड्डियों में सूजन की समस्या में घी बहुत फायदेमंद होता है। असली घी में ब्यूटिरिक एसिड पाया जाता है, जो सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है।
इम्युनिटी बढ़ाए
घी खाने से शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है। घी में प्रचुर मात्रा में विटामिन ए और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। घी का सेवन करने से इम्युनिटी मज़बूत होती है और बीमारियों से बचाव होता है।
हड्डियां मजबूत बनाए
शुद्ध घी में विटामिन के 2 (K 2) प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है।
मानसिक रोगों में फायदेमंद
शुद्ध घी खाने से मानसिक रोगों में फायदा होता है। इसके साथ ही घी खाने से दिमाग तेज़ बनता है।